मिर्जापुर : राजधानी एक्सप्रेस दुर्घटना में क्रेन चालक गिरफ्तार
# ठेकेदार और रेलवे कर्मियों पर कोई कार्रवाई नहीं होने पर सवालिया निशान
मिर्जापुर।
आर एस वर्मा
तहलका 24×7
मिर्जापुर के झिंगुरा स्टेशन के समीप शुक्रवार शाम नई दिल्ली से सियालदाह राजधानी एक्सप्रेस के इंजन से क्रेन टकरा गई थी। लोको पायलट की सतर्कता से बड़ा हादसा बच गया था। आरपीएफ ने इस मामले में शनिवार को आरोपी क्रेन चालक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। दावा किया जा रहा है कि अन्य अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है। हालांकि इतनी बड़ी चूक के लिए ठेकेदार और रेलवे कर्मियों पर कोई कार्रवाई अभी तक नहीं किए जाने पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
गौरतलब है कि राजधानी एक्सप्रेस 120 से 130 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से नई दिल्ली से सियालदाह जा रही थी। झिंगुरा के पास ट्रैक की रफ्तार तेज करने के लिए कार्य किया चल रहा है। इस दौरान क्रेन (हाइड्रा) का चालक मरम्मत कार्य कर रहा था। तभी राजधानी एक्सप्रेस पहुंची और क्रेन उसके इंजन से टकरा गई। हादसे में ट्रेन का इंजन क्षतिग्रस्त हो गया। टक्कर इतनी जोरदार थी कि क्रेन का एक हिस्सा ओएचई और पोल से टकराया और वह भी टूट गया। कई खंभों से ओएचई तार निकल गए। हालांकि लोको पायलट की सूझ-बूझ से बड़ा हादसा बाल-बाल बच गया। इस हादसे के चलते दर्जनों ट्रेनें जहां-जहां खड़ी हो गईं। इसके एक घंटे बाद अप लाइन छह बजे शुरू कर दी गई। रेलवे महकमा डाउन लाइन पर ओएचई तार व पोल निर्माण में जुटा रहा। करीब आठ बजे डीजल इंजन लगाकर राजधानी एक्सप्रेस को रवाना किया गया। देर रात करीब 12 बजे डाउन लाइन पर भी परिचालन शुरू कर दिया गया।
वहीं इस मामले की सच्चाई को रेलवे के अधिकारी छिपाने में लगे रहे। वह महज ओएचई तार टूटने और राजधानी के इंजन का पेंटो टूटने का दावा करते रहे। इतने बड़े हादसे के बाद भी क्रेन की टक्कर को छिपाते रहे। जबकि शनिवार को इस मामले में आरपीएफ ने क्रेन चालक देवेंद्र कुमार निवासी गांव सुखपुर थाना थरियांव जिला फतेहपुर को गिरफ्तार कर रेलवे के दावे की पोल खोल दी।
आरपीएफ प्रभारी दिनेश कुमार ने बताया कि झिंगुरा स्टेशन के पास ओएचई पोल के कार्य में लगी क्रेन को कार्य समाप्ति के बाद भी क्रेन ऑपरेटर की लापरवाही के कारण वहीं रही। जिससे क्रेन का अगला भाग ट्रेन से टकराने से ओएचई तार टूट गया। जिससे डाउन लाइन प्रभावित हो गई। मामले की जांच उप निरीक्षक संदीप कुमार कर रहे हैं। जांच के बाद अन्य दोषियों पर भी कार्रवाई की जाएगी।
अब सवाल यह उठता है कि इस घटना के लिए क्या केवल क्रेन चालक ही जिम्मेदार है। ट्रैक को लेकर होने वाले कार्य में ठेका कंपनी और रेलवे दोनों सामंजस्य बनाकर काम करते हैं। इसी प्रकार संरक्षा के लिए भी दोनों जिम्मेदार होते हैं, लेकिन यहां केवल चालक पर कार्रवाई की गई है।