लखीमपुर खीरी : दौड़ते समय बेहोश होकर गिरा छात्र, मौत
# फिजिकल एजुकेशन विषय में प्रैक्टिकल के दौरान हुआ हादसा
लखीमपुर खीरी।
तहलका 24×7
स्थानीय चिल्ड्रेन एकेडमी स्कूल में बुधवार को दौड़ते समय एक छात्र बेहोश होकर गिर गया। कुछ देर तक जब उसको होश नहीं आया तो उसे आनन-फानन में जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत्यु घोषित कर दिया। घटना की जानकारी जब परिजनों को मिली तो उनमें कोहराम मच गया। वह भागकर जिला अस्पताल पहुंचे। जहां उनका रो-रो कर बुरा हाल है।
ईसानगर थाना क्षेत्र के गांव मितौला निवासी अनिल कुमार का 17 वर्षीय बेटा शिवांश वर्मा चिल्ड्रेन एकेडमी स्कूल का छात्र था। वह कक्षा 12 में पढ़ता था। शिवांश लखीमपुर में ही रहकर पढ़ाई करता था। बताया जाता है कि उसने फिजिकल एजुकेशन विषय ले रखा था। बुधवार को स्कूल में प्री-बोर्ड एग्जाम को लेकर फिजिकल एजुकेशन विषय का प्रैक्टिकल हो रहा था। प्रैक्टिकल में शिवांश भी उपस्थित हुआ। बताया जाता है कि प्रैक्टिकल में उसको मैदान पर दौड़ाया गया। मैदान के दो चक्कर लगाने के बाद वह बेहोश होकर गिर गया। यह देखकर स्कूल का स्टाफ भागकर उसके पास पहुंचा और छात्र को मैदान से उठाकर लाए। लेकिन जब उसको कुछ देर तक होश नहीं आया। तो उसे पास के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया। जहां डॉक्टरों उसे देखने से मना कर दिया। तब स्कूल का स्टाफ लेकर उसे महिला अस्पताल पहुंचा। जहां से उसको जिला अस्पताल मोतीपुर के लिए भेजा गया। स्कूल का स्टाफ लेकर उसे मोतीपुर पहुंचा। जहां डॉक्टर ने देखते ही छात्र को मृत्यु घोषित कर दिया। यह जानकर स्कूल प्रशासन में हड़कम्प मच गया। मामले की जानकारी छात्र के परिजनों को दी गई। जानकारी पाकर उनके ऊपर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। वह जिला अस्पताल पहुंचे। परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है।
पिता अनिल कुमार ने स्कूल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि छात्र स्कूल में सुबह गिरा था। उसको अस्पताल करीब तीन बजे लाया गया। जिससे उसकी मौत हो गई। अगर उसे समय पर अस्पताल लाया जाता तो उसकी जान बच सकती थी। घर वालों ने मामले की जानकारी पुलिस को दी है। पुलिस छात्र के शव का पोस्टमार्टम करवा रही है।पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही उसकी मौत का कारण साफ हो पाएगा
वहीं स्कूल की प्रधानाचार्य कमल शर्मा ने बताया कि स्कूल में फिजिकल एजुकेशन सब्जेक्ट का प्रैक्टिकल चल रहा था। जिसमें शिवांश भी उपस्थित था। सभी बच्चों की तरह उसका भी प्रेक्टिकल लिया गया। वह अपने प्रैक्टिकल के दौरान बेहोश होकर गिर गया। होश न आने पर उसे फौरन अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टर ने उसे अमृत घोषित कर दिया।