श्रीराम कथा के पंचम दिवस पर स्वामी सुधीरानंद ने विद्यार्थियों को दिए जीवन मूल्यवान पर उपदेश
अखण्डनगर, सुल्तानपुर। 
दीपक जायसवाल
तहलका 24×7
              क्षेत्र के श्री भुवनेश्वरनाथ महादेव मंदिर शिवधाम बेलवाई के प्रांगण में देवदीप मानव उत्थान सेवा समिति के तत्वावधान में चल रही संगीतमयी सप्त दिवसीय श्रीराम कथा के पंचम दिवस का आयोजन हर्षोल्लास एवं श्रद्धाभाव के साथ सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर कादीपुर के जिला प्रचारक बृजेश, डा. सिंह, डा. अमित सिंह ने सपरिवार व्यास पूजन कर कथा का शुभारंभ किया।

काशी से पधारे अंतर्राष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त कथा वाचक स्वामी सुधीरानंद महाराज ने बाललीला प्रसंग का रसपान कराते हुए कहा कि श्रीराम कथा केवल भक्ति नहीं, बल्कि जीवन पथ प्रदर्शक है। उन्होंने विद्यार्थियों के जीवन में श्रीराम कथा के प्रभाव पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्राचीन काल में गुरुकुल के विद्यार्थी शिक्षा पूर्ण करने के बाद भी अध्ययन का स्वभाव नहीं छोड़ते थे, क्योंकि विद्या का अर्जन एक सतत प्रक्रिया है। आज के विद्यार्थियों को भी निरंतर अध्ययनशील रहना चाहिए।

स्वामी ने वर्तमान समय की चुनौतियों पर चर्चा करते हुए कहा कि मोबाइल फोन ने विद्यार्थियों को आधा गृहस्थ बना दिया है, जिससे उनका सर्वांगीण विकास प्रभावित हो रहा है। उन्होंने कहा कि अधिकतर छात्र केवल परीक्षा के समय पढ़ते हैं, जबकि पूरे वर्ष का समय व्यर्थ कार्यों में व्यतीत कर देते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे ब्रह्म मुहूर्त में उठकर योग-व्यायाम करें, नियमित अध्ययन और स्नान कर शुद्ध आहार ग्रहण करें तथा मोबाइल का उपयोग केवल आवश्यकता पड़ने पर ही करें।

श्रीराम कथा के संयोजक दिलीप मोदनवाल ने बताया कि कथा का समापन 4 नवम्बर को होगा।इस अवसर पर संरक्षक व श्री विश्वनाथ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स कलान के डा. वेद प्रकाश सिंह राजू  की गरिमामयी उपस्थिति एवं योगेश सिंह की अध्यक्षता में कथा का विश्राम किया जाएगा। कार्यक्रम में रत्नेश पांडेय, डा. ऋषिमुनि गुप्ता, विकास अग्रहरि, शिवराम सिंह, अशोक गिरी, अभय सिंह, पूर्व प्रबंधक उदय नारायण, प्रधानाचार्य संतराम यादव, काली प्रसाद अग्रहरी, उर्मिला गिरी, बंदना गिरी, मनोज द्विवेदी आदि शामिल रहे।

                                    






