सरकार की तानाशाही के विरोध में जनमानस को एकजुट करना है : पूर्व कुलपति
जौनपुर।
विश्व प्रकाश श्रीवास्तव
तहलका 24×7
“तानाशाही के विरुद्ध भारत” विषय प्रेसवार्ता आयोजित की गयी। जिसमें जिले के तमाम समाजसेवी, प्रमुख शिक्षाविद, कानूनविद, अधिवक्ता, सैनिक, बुद्धिजीवी, कर्मचारी व पत्रकार उपस्थित हुए।वार्ता में पूर्वांचल विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफेसर डीडी दुबे ने कहा कि वर्तमान मोदी सरकार द्वारा की जा रही तानाशाही के विरोध में भारतीय जनमानस को एकजुट करना है।
इसी संदर्भ में बैठक का आयोजन किया गया है। डॉ. अनुराग मिश्रा ने कहा कि लोकतंत्र, संविधान व आजादी बचाओ जन आंदोलन को देश के प्रमुख शिक्षाविद, कानूनविद, अधिवक्ता, सैनिक, बुद्धिजीवी, कर्मचारी, छात्र और नौजवान साथियों को मिलाकर एक जागरूकता जनमंच तैयार किया जा रहा है। यह प्लेटफॉर्म “तानाशाही के विरुद्ध भारत” की सोच रखने वालों को साथ लेकर लोकतंत्र, संविधान व आजादी बचाओ जन-आंदोलन चलाने जा रहा है।
जयप्रकाश सिंह कामरेड ने कहा कि जन आंदोलन का एक पर्चा आज जारी किया जा रहा है, जिसे जन-जन तक पहुंचाने का कार्य किया जाएगा। जिला मुख्यालय की प्रमुख चौराहों तथा ग्रामीण अंचल के बाजारों व गांवों में जागरूक जनमंच नुक्कड़ सभाएं करेगा तथा पर्चे वितरित करेगा और लोगों को इस मुहिम से जोड़ने का कार्य करेगा।
जन आंदोलन की औपचारिक घोषणा आज प्रेस वार्ता के जरिए की गई जिसमें सेवानिवृत सैन्य अधिकारी मेजर सभाजीत दुबे, वरिष्ठ अधिवक्ता संतोष कुमार श्रीवास्तव, बार एसोसिएशन के पूर्व महामंत्री आनंद मिश्र एडवोकेट, विवेक रंजन यादव “बबलू” प्रदेश सचिव समाजवादी पार्टी, समाजसेवी विजय सिंह बागी, डॉ. जीएस त्रिपाठी, नेयाज ताहिर शेखू एडवोकेट, शौकत अली “मुन्ना राजा” सदर मरकजी शीरत कमेटी, मनीष देव “मंगल” सभासद, निसार अहमद, प्रदीप मिश्र, अतुल कुमार तिवारी, हफीज शाह, जफर मसूद, एचएन तिवारी, डॉ. विजय प्रताप तिवारी, बबलू गुप्ता, अनीता मिश्रा, बंटी अग्रहरि, हर्षवर्धन श्रीवास्तव एडवोकेट आदि प्रमुख रुप से आंदोलन के साथ जुड़े हैं।