सवारी बैठाने में खींच-तान से चौराहा बना अखाड़ा, ट्रैफिक इन्स्पेक्टर से हाथापाई
सुइथाकला, जौनपुर।
राजेश चौबे
तहलका 24×7
दो डिपो की बसों के बीच सवारियों को बैठाने के लिए खींच-तान में उपजे विवाद के चलते सराय मोहिउद्दीनपुर चौराहा गुरुवार को परिवहन विभाग के लिए मानों अखाड़ा बन गया। इस दौरान बस चालक और ट्राफिक इन्स्पेक्टर के बीच हाथापाई तक हो गई।सूचना पर पहुंचे एआरएम के समझाने बुझाने के बाद मामला किसी तरह शांत हुआ और दोनों बसें अपने गंतव्य को रवाना हुईं।

बताया जा रहा है कि शाहगंज डिपो से गुरुवार को शाहगंज डिपो और सुल्तानपुर डिपो की बसें लखनऊ की तरफ जाने वाली सवारियों को अपनी अपनी बसों में बैठा रहे थे।तभी वहां मौजूद असिस्टेंट ट्रैफिक इन्स्पेक्टर अखिलेश कुमार ने बस चालकों को कम से कम पंद्रह सवारियों को बैठाने की नसीहत दी और कहा कि तभी बस रवाना होगी।

बताया जा रहा है कि सुल्तानपुर डिपो की बस में जहां दस सवारियां हो गई थीं, वहीं शाहगंज डिपो की बस में सवारियां बैठना शुरु कीं तभी बसों को आगे चेक करने के लिए निकलने वाले इन्स्पेक्टर सुल्तानपुर डिपो की कुछ सवारियों को शाहगंज डिपो में बैठाने के बाद उसी बस में बैठकर स्वयं भी निकल लिए। यह व्यवहार सुल्तानपुर डिपो के कर्मियों को नागवार लगा और अपनी भी बस लेकर चल दिया। परिणाम यह हुआ कि दोनों बसों के बीच रेस शुरु हो गई।

इस दौरान साइड लगने से सरायमोहिउद्दीनपुर बाजार के पास सुल्तानपुर डिपो की बस का शीशा टूट गया और दोनो चालकों के बीच विवाद होने लगा। उधर पहले से ही ट्रैफिक इंस्पेक्टर के रवैए से क्षुब्ध सुल्तानपुर डिपो के कर्मी शाहगंज डिपो की बस में सवार इंस्पेक्टर को खींचकर नीचे उतार लिया और हाथापाई शुरु कर दी। इस दौरान मानों चौराहा परिवहन विभाग के लिए अखाड़ा हो गया हो।

बहरहाल मामला बाजार स्थित पुलिस चौकी पहुंचा।जहां मौके पर पहुंचे एआरएम विनय कुमार श्रीवास्तव के समझाने के बाद मामला शांत हुआ और बसें अपने गंतव्य को रवाना हो गई।इस बाबत चौकी प्रभारी अरविंद कुमार यादव ने कहा कि दोनों पक्षों के बीच आपसी सुलह समझौते के चलते मामले में कोई भी पुलिसिया कार्रवाई नहीं हुई।