जमीन कब्जा मामला: विधायक के बाद पुलिस पर दबाव बनाने का आरोप
# सीओ ने कहा जांच की जा रही है, सभी पक्षों से पूछताछ जारी है, आरोप को किया खारिज
शाहगंज, जौनपुर।
एखलाक खान
तहलका 24×7
क्षेत्र के पटखौली पूरे आजम गांव में जमीन विवाद मामले में शाहगंज पुलिस पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। घटना को 72 घंटे बीतने के बाद भी एफआईआर दर्ज नहीं करने वाली पुलिस अब पीड़ित पक्ष पर ही दबाव बनाने का आरोप लगा है। पीड़ित सैयद अकबर काजमी ने डीजीपी को पत्र लिखकर क्षेत्राधिकारी पर आरोप लगाया है कि उन्होंने शिकायत से विधायक रमेश सिंह व उनकी पत्नी का नाम हटाने के लिए दबाव बनाया।

कहा नाम हटाने पर ही एफआईआर दर्ज होगी। पीड़ित का आरोप है कि उसने ऐसा करने से मना किया तो क्षेत्राधिकारी ने उसे फटकारते हुए भगा दिया। इस घटनाक्रम ने मामले में पुलिस की भूमिका पर उठ रहे सवालों को और पुख्ता कर दिया है।पीड़ित सैयद अकबर काजमी पुत्र मंजूर अहमद का आरोप है कि शाहगंज विधायक रमेश सिंह की पत्नी नीलम सिंह के नाम उनकी पुश्तैनी जमीन का फर्जी एग्रीमेंट मो. फैजान द्वारा किया गया।

बीते रविवार की सुबह विधायक समर्थक जेसीबी लेकर पहुंचे और लगभग 50 साल पुरानी बाउंड्रीवाल ढहा दी।
आरोप है कि इस दौरान विरोध करने पर महिलाओं के साथ गाली-गलौज और अभद्रता की गई। सीसीटीवी कैमरे तोड़ दिए गए और पीड़ित को जान से मारने की धमकी दी गई। पीड़ित ने अपने शिकायती पत्र में विधायक के अलावा अजीत सिंह और फैजान अहमद के नाम भी शामिल किए हैं। पीड़ित ने मामले में मुख्यमंत्री को पत्र भेजा था।

मामले की जानकारी होने पर पुलिस अधीक्षक ने उसका पक्ष सुना था और मामले की गंभीरता को देखते हुए सोमवार रात अपर पुलिस अधीक्षक, क्षेत्राधिकारी सहित आला अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया था।डीजीपी को भेजे गए पत्र में पीड़ित ने कहा कि इसे पुलिस पर कतई भरोसा नहीं है।

उसने मांग किया कि निष्पक्ष जांच कराकर उचित कार्रवाई की जाए। मामले में क्षेत्राधिकारी अजित सिंह चौहान ने लागाए गए आरोप को झूठा और मनगढ़ंत बताते हुए कहा कि मामले की जांच की जा रही है। सभी पक्षों से बात हो रही है, कोई आरोप लगाए तो उसे कहां तक रोका जा सकता है।