22.1 C
Delhi
Monday, November 3, 2025

शायरों का अन्तर्राष्ट्रीय आनलाइन मैराथन मुशायरा व कवि संमेलन 8 जून से

शायरों का अन्तर्राष्ट्रीय आनलाइन मैराथन मुशायरा व कवि संमेलन 8 जून से

शाहगंज।
एख़लाक खान
तहलका 24×7
                उर्दू अदब के मशहूर शायर दिलशाद गोरखपुरी 8 जून से शुरू होने वाले अन्तर्राष्ट्रीय आनलाइन मुशायरा एवं कवि सम्मेलन में जिले का प्रतिनिधित्व करेगें। यह मुशायरा निर्बाध गति से 120 घण्टे तक चलेगा जिसमें हिन्दुस्तान के ही नहीं बल्कि दुनिया के तमाम शायर व कवि शिरकत करेगें।
आनलाईन मुशायरा एवं कवि सम्मेलन इण्डिया बुक आफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में एक नये कीर्तिमान के रूप में दर्ज होगा। इसी में शिरकत करने वाले मशहूर शायर दिलशाद गोरखपुरी ने खास बातचीत में कोरोना वायरस को लेकर कहा कि यह वायरस आज पूरी दुनिया के लिए खतरे का सबब बना हुआ है। यह हालात कब तक रहेगी कुछ भी यकीन के साथ नहीं कह सकते। मौजूदा वक्त में पूरी इंसानी कौम ही खतरे में है। इस तरह के हालात कब तक रहेगे कुछ भी नहीं कहा जा सकता है। पूरी कायनात की बात करें तो अपना हिन्दुस्तान इस वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है।
उन्होंने कहा कि आपको मालूम होगा कि यह वायरस चीन से होकर पूरी दुनिया में फैल गया और वह मास्क हटा कर खुशियाँ मना रहा है। इजराइल भी अपने यहां की सभी पाबंदियों में छूट देकर स्कूल कालेज खोलने लगा है। अरब ममालिक भी करीब-करीब सभी पाबंदियों को हटाकर अपनी रियाया को सभी सहूलियत मुहैया करा रहे हैं। इतना ही नहीं छोटे-छोटे मुल्क भी इस कोरोना वायरस को शिकस्त देकर अपनी रोजमर्रा के कामकाज बखूबी कर रहे हैं। मगर हमारे मुल्क की हिफाजत खुदा ही करें
 यहाँ पर सियासतदान कुछ कहते हैं और हकीकत कुछ और कहती है। मशहूर शायर ने आम जनता से अपील किया कि देश में लोगों को जीने के लिए छूट मिली है इसका मतलब ये न समझें कि महामारी खत्म हो गई है। अपनी जरूरत के ताहत ही घर से बाहर निकलें। सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन करें। आपकी ज़िंदगी आपके परिवार के लिए बेहद अहम है।
डा. दिलशाद गोरखपुरी ने महामारी पर शेर भी पढ़ा..
बन गया है सारी दुनिया में कोरोना इक अज़ाब..
अच्छे अच्छों की जहां में हो गई हालत खराब..
इस कदर मजबूर बेबस हो गए हैं डाक्टर..
ये सवाल ऐसा है जिसका मिल नहीं पाया जवाब..

तहलका संवाद के लिए नीचे क्लिक करे ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓

Loading poll ...

Must Read

Tahalka24x7
Tahalka24x7
तहलका24x7 की मुहिम... "सांसे हो रही है कम, आओ मिलकर पेड़ लगाएं हम" से जुड़े और पर्यावरण संतुलन के लिए एक पौधा अवश्य लगाएं..... ?

बेटे की मौत का सदमा नहीं झेल पाया पिता, तेरहवीं के दिन हुई मौत

बेटे की मौत का सदमा नहीं झेल पाया पिता, तेरहवीं के दिन हुई मौत खेतासराय, जौनपुर। डॉ. सुरेश कुमार तहलका 24x7    ...

More Articles Like This