सुहागरात पर दुल्हन का घूंघट उठाते ही सन्न रह गया दूल्हा, राधा की जगह निकली सलोनी
राजगढ़/सारंगपुर।
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लीमाचौहान थाना क्षेत्र में एक युवक के साथ शादी के नाम पर धोखा हो गया। सात फेरे लेने के अगले दिन उसने दुल्हन का घूंघट उठाया तो देखा कि लड़की वो नहीं है, जिसे दिखाकर शादी तय की गई थी। जांच के बाद पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।कमल सिंह सोंधिया (22) की शादी सुसनेर की रहने वाली लड़की से तय हुई थी। 14 अप्रैल को खिलचीपुर के लिम्बोदा गांव में सामूहिक विवाह सम्मेलन में शादी कराई गई।

दूल्हे की ओर से पुलिस को बताया गया कि शादी के बाद सुहागरात पर वह कमरे गया, तो दूल्हन किसी से फोन पर बात कर रही थी। वह कह रही थी कि घर वालों और कमल को नींद की गोलियां खिलाकर जेवर और पैसे लेकर भाग जाएगी। अपनी नई नवेली दुल्हन की बातें सुनी तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। शक होने पर वह उसके पास गया। उसका घूंघट उठाया। दुल्हन का चेहरा देखकर हैरान रह गया। यह वह लड़की नहीं थी, जिसे दिखाकर उसकी सगाई की गई थी।

पूछताछ में पता चला कि दुल्हन का नाम राधा नहीं, बल्कि सलोनी है।वह पहले से शादीशुदा है। परिजन ने 15 अप्रैल को पुलिस को मामले की शिकायत की। थाना प्रभारी अनिल राहोरिया ने बताया इसमें मुख्य षड्यंत्रकारी मीडियेटर कालू सिंह और बालू सिंह हैं। इन्होंने सुसनेर निवासी जोरावर सिंह और उसकी पत्नी से मिलकर पहले उनकी बेटी को दिखाकर संबंध करवाया। फिर भोपाल निवासी शरीक खान नाम के व्यक्ति से लड़की का इंतजाम करने को कहा। शरीक ने खंडवा जिले के किल्लोद बिल्लोद तहसील हरसूद के रहने वाले पति-पत्नी से बात की।

ये दंपती वर्तमान में इटारसी में रहते हैं। पति जितेंद्र गोंड की मिलीभगत से उसकी पत्नी सलोनी गोंड को दुल्हन बनाकर दूसरी शादी करवा दी।पुलिस ने अब तक दुल्हन बनी सलोनी गोंड, उसके पति जितेंद्र गोंड, भोपाल निवासी शरीक खान, दलाल कालू सिंह और बालू सिंह को हिरासत में ले लिया है। सभी को कोर्ट में पेश कर इन्हें जेल भेज दिया गया है। जबकि सुसनेर निवासी जोरावर सिंह और उसकी पत्नी फरार हैं।








