अमेठी : हत्यारोपियों को क्लीन चिट देने से आहत पीड़ित परिवार बैठा भूख हड़ताल पर
# पीड़ित परिवार ने सांसद व मुख्यमंत्री से लगाई है न्याय की गुहार
# पुलिस के पहरे से पीड़ित परिवार कहीं आने-जाने, मिलने-जुलने से हुआ असहाय
अमेठी/लखनऊ।
विजय आनंद वर्मा
तहलका 24×7
पुलिस द्वारा हत्या के तीन आरोपियों को क्लीन चिट देने से नाराज पीड़ित परिवार ने रविवार से भूख हड़ताल शुरू कर दी। पुलिस पर आरोपियों को बचाने का आरोप लगाते हुए परिवार ने अमेठी सांसद और मुख्यमंत्री से न्याय दिलाने की गुहार लगाई है। आरोप लगाया कि उन्हें आने-जाने से मना कर पुलिस ने पहरा लगा दिया है, इससे परिवार अपनी पैरवी तक नहीं कर पा रहा।
अमेठी थाना क्षेत्र के गांव राजापुर मजरे गुंगवाछ में दस माह पूर्व भूमि विवाद में एक परिवार के चार लोगों की हत्या कर दी गई थी। परिवार के छह अन्य सदस्य गंभीर रूप से जख्मी हुए थे। पीड़ित पक्ष की तहरीर पर पुलिस ने मौजूदा ग्राम प्रधान आशा तिवारी समेत सात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था। विवेचना के दौरान सभी नामजदों को जेल भेजते हुए घटना के कुछ ही दिन बाद चार्जशीट न्यायालय में दाखिल हो गई थी।
इस बीच करीब आठ माह पूर्व पुलिस ने एक आरोपी राम शंकर का नाम निकाल दिया। रामशंकर जेल से रिहा भी हो गया। शुक्रवार को पुलिस ने रामशंकर की पत्नी व मौजूदा ग्राम प्रधान आशा तिवारी, पुत्र नितिन तिवारी के अलावा अभिषेक यादव उर्फ छोटू को क्लीन चिट देते हुए उनकी रिहाई के लिए प्रार्थना पत्र भी प्रस्तुत कर दिया। बृहस्पतिवार शाम से ही पुलिस पीड़ित परिवार के घर पहुंच गई और उन्हें कहीं भी आने-जाने से मना कर दिया। शुक्रवार से पीएसी बल के साथ ही कई थानों की पुलिस फोर्स पीड़ित के घर के साथ ही गांव के आने-जाने वाले सभी मार्गों पर तैनात कर दी गई है। इससे पूरा परिवार अपने ही घर में कैद हो गया है।
घर पर भूख हड़ताल पर बैठे परिवार के अशोक कुमार यादव का कहना है कि पुलिस के पहरे के चलते न तो शासन स्तर पर पैरवी कर पा रहे न ही अपनी बात रखने जा पा रहे हैं। पुलिस द्वारा गलत तरीके से आरोपियों को क्लीनचिट देने से परिवार के बचे सदस्यों की जान खतरे में आ गई है। अशोक ने कहा कि जब तक पुलिस द्वारा गलत तरीके से की गई कार्रवाई को निरस्त नहीं किया जाता तब तक उनका पूरा परिवार भूख हड़ताल पर रहेगा। पीड़ित परिवार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा स्थानीय सांसद व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से मदद की गुहार लगाई है। रविवार को भी पीड़ित के घर व गांव के बाहर जाने वाले सभी रास्तों पर पुलिस का कड़ा पहरा रहा।