दरोगा-वकील मारपीट कांड: डीएम ने गठित की एसआईटी, पुलिस कमिश्नर ने दी हिदायत
वाराणसी।
तहलका 24×7
रथयात्रा चौराहे पर शनिवार की रात वकील शिव प्रताप सिंह और भेलूपुर थाने के दरोगा गोपाल कन्हैया के बीच हुए विवाद और मारपीट के मामले ने तूल पकड़ लिया है। घटना में घायल वकील को ट्रॉमा सेंटर भर्ती कराया गया। मामले को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने तीन सदस्यीय विशेष जांच टीम (SIT) का गठन कर दिया है।डीएम के आदेश पर बनी एसआईटी में एडीएम सिटी आलोक कुमार को अध्यक्ष बनाया गया है।

टीम में एडीसीपी काशी सरवणन टी और एसीपी भेलूपुर गौरव कुमार शामिल हैं। टीम पूरे प्रकरण की जांच कर अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपेगी। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। घटना से नाराज अधिवक्ताओं ने जिला जज के पोर्टिको में जमकर विरोध प्रदर्शन किया। अधिवक्ता दरोगा की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े रहे। घटना के बाद पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने थानों और यातायात व्यवस्था के दौरान आम नागरिकों के साथ दुर्व्यवहार की शिकायतों पर कड़ा रुख अपनाया।

उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं न केवल अनुचित हैं, बल्कि पुलिस की छवि को धूमिल करती हैं। सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिया कि वाहन चेकिंग के दौरान जनता से शालीन और सम्मानजनक व्यवहार किया जाएं।जानकारी के मुताबिक वकील शिव प्रताप सिंह अपनी पत्नी के साथ सोरहिया मेले से दर्शन कर लौट रहे थे।

इसी दौरान रथयात्रा चौराहे पर नो-एंट्री को लेकर उनकी दरोगा गोपाल कन्हैया से बहस हो गई। मामला इतना बढ़ा कि हाथापाई और मारपीट तक पहुंच गया। इसमें वकील को गंभीर चोट आई। फिलहाल पुलिस ने दरोगा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी है। अधिवक्ता समुदाय दरोगा की तत्काल गिरफ्तारी की मांग कर रहा है।