रायबरेली : कार्तिक पूर्णिमा पर्व पर तीन लाख श्रद्धालुओं ने लगाई गंगा में डुबकी
रायबरेली।
उमानाथ यादव
तहलका 24×7
कार्तिक पूर्णिमा पर्व के अवसर पर सोमवार को जनपद के डलमऊ रालपुर उन्नाव जिले की सीमा से जुड़ी बक्सर घाट गेगासो गोकना घाट समेत गोला घाट, बादशाहपुर, पूरे तीर खरौली बहादुरगंज घाटों पर लाखों श्रद्धालुओं ने पतित पावनी गंगा में डुबकी लगाई। मुख्य मेले के रूप में डलमऊ कस्बे में प्रदेश सरकार द्वारा प्रांतीय मेला घोषित किया गया था, श्रद्धालुओं का गंगा घाट पर काफी संख्या में श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाई।
डलमऊ प्रशासन द्वारा बस अड्डा सराय दिलावर के पास बनाया गया था जिसके कारण श्रद्धालुओं को करीब 3 किलोमीटर पैदल चलकर गंगा स्नान करना पड़ा इसके अलावा प्रशासन द्वारा ट्रैफिक के द्वारा स्नार्थियों को काफी दूर से गंगा घाट पर पहुंचकर गंगा स्नान किया। डलमऊ गंगा तट के वीआईपी घाट सड़क, घाट रानी का शिवाला घाट, मां पथवारी देवी घाट, संकट मोचन घाट, गौरा पार्वती घाट सहित विभिन्न घाटों पर स्नान आर्थियों की काफी भीड़ देखने को मिली। इसी तरह से मुराई का बाग कस्बे चौकी इंचार्ज मान सिंह यादव द्वारा सूझ-बूझ के साथ डटकर भीड़भाड़ नहीं होने दिया तथा सुचारू रूप से स्नार्थियों को अपने घर जाने का आह्वान किया। इसी तरह से कोतवाली प्रभारी ओमप्रकाश तिवारी अपने दलबल के साथ मेला क्षेत्र में भ्रमण करते हुए देखे गए।
उप जिलाधिकारी डलमऊ अभिषेक वर्मा एवं तहसीलदार डलमऊ ध्रुव नारायण यादव ने मेले पर विशेष नजर बनाए रखा। डलमऊ महोत्सव मेले में अनेक प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए गए। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल डलमऊ इकाई द्वारा दुकानदारों एवं मेलार्थियों का विशेष रूप से सहयोग किया गया।
उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल डलमऊ के अध्यक्ष रामगोपाल वैद्य ने बताया कि जिस किसी को किसी प्रकार की समस्या आई है उसका निदान अपनी टीम के द्वारा अधिकारियों से मिलकर तत्काल कराया गया और इसी तरह से डलमऊ स्थित राधा कृष्ण आश्रम डलमऊ में संत सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें बनारस से आए सीताराम शास्त्री द्वारा भजन कीर्तन के साथ प्रवचन का भी कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें कार्यक्रम के आयोजन बड़ा मठ के स्वामी स्वामी देवेंद्र आनंद गिरि द्वारा आयोजित कराया गया। मठ में उपस्थित संतों का अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया। जिसमें श्रद्धालुओं को दिनभर जलेबी इत्यादि का प्रसाद वितरण किया गया। कार्यक्रम में विशेष रूप से सहयोग के रूप में स्वामी गीतानंद गिरी जी, स्वामी दिव्यानंद गिरि, स्वामी,रामायण जी सहित अन्य तमाम साधु वसंत मौके पर उपस्थित थे और बाद में लोगों ने घाटों पर आयोजित मेलों का आनंद उठाया। आधी रात से हर हर गंगे के जयकारों व घन्टा घड़ियाल की ध्वनि से गुंजायमान रहे। श्रद्धालुओं ने मां गंगा गोकर्ण जन कल्याण सेवा समिति द्वारा आयोजित कार्तिक की पूर्णिमा की शाम एवं देव दीपावली के शुभ अवसर पर गंगा महाआरती दीपदान कर अपने-अपने परिवार के कल्याण की कामना की।
सचिव पंडित जितेंद्र द्विवेदी ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा स्नान मेला रात्रि 12:00 बजे से ही प्रारंभ हो गया था जिसमें 6 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने स्नान कर पूजा अर्चना की और तीर्थपुरोहितों को दान दक्षिणा देकर पुण्य की कामना की। 28 नवंबर को विशाल हटिया मेला लगेगा उसके बाद मेले का समापन होगा। आयोजित मेलों में जमकर खरीदारी की। मिठाई, चाट व महिलाओं के प्रसाधन सामग्री की दुकानों पर भारी भीड़ रही। बच्चों व महिलाओं ने चाट, जलेबी का लुफ्त लिया। मेले में लगे झूले बच्चों के आकर्षण का केंद्र रहे। घाट पर स्नानार्थियों को किसी संभावित खतरे के मद्देनजर नाव, नाविक व गोताखोरों की तैनाती रही। मेला में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस की गश्त जारी रही। स्थानीय प्रशासन व पुलिस अधिकारी के साथ चिकित्सकों की टीम मुस्तैद रही। वाहनों को मेला परिसर से पहले ही बैरिकेडिंग करके रोक दिया गया। दुकानदारों के अलावा टेंपो, टैक्सी व बसों से वसूली किये जाने की बात सामने आई है।