“साहब मै जिंदा हूं” तख्ती लटकाए पहुंचा पीड़ित, जिलाधिकारी ने दिए जांच के आदेश
जौनपुर।
विश्व प्रकाश श्रीवास्तव
तहलका 24×7
जिलाधिकारी कार्यालय के सामने बुधवार को उस समय हड़कंप मच गया जब एक आदमी मैं जिन्दा हूं की तख्ती लटकाए डीएम डॉ. दिनेश चंद्र से मिलने उनके कलेक्ट्रेट परिसर स्थिति कार्यलय पहुंच कर अपने जिन्दा होने का सबूत देने लगा।मामला बक्शा थाना क्षेत्र के खुशहुपुर गांव में जमीनी विवाद का सामने आया, जो जमीन के बंटवारे को लेकर है।

पीड़ित विजय बहादुर का आरोप है कि एसडीएम शहर पवन कुमार सिंह द्वारा मुझे मेरे पट्टीदारों से मिलकर कागजों पर मृत घोषित कर दिया है। विजय बहादुर और सुनील कुमार के बीच धारा-145 का मुकदमा पिछले 18 वर्षों से न्यायालय में चल रहा है। मामले में धारा-140 (1) के तहत कुर्की का आदेश जारी किया गया था। जिला जज जौनपुर ने इस आदेश को खारिज कर दिया। विजयबहादुर ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय से अस्थगन आदेश प्राप्त किया। शंकर और उनके साथियों ने उप जिलाधिकारी सदर न्यायालय में धारा-116 के तहत नया मुकदमा दायर किया।

उन्होंने आरोप लगाया कि एसडीएम सदर को प्रभावित कर विजय बहादुर के बेटे अशोक कुमार का फर्जी हलफनामा तैयार कराया गया। 22 नवंबर 2024 को दोपहर में कथित हलफनामा तैयार किया गया। उस समय अशोक कुमार जेल में थे। उन्हें उसी दिन शाम 7 बजे जेल से रिहा किया गया। अशोक को 18 नवंबर को गिरफ्तार किया गया था।

11 मई 2025 को एक और घटना हुई। लेखपाल और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और विजय बहादुर का छप्पर हटाने का दबाव बनाया गया। विरोध करने पर छप्पर में आग लगा दी गई। यह मामला वर्तमान में इलाहाबाद उच्च न्यायालय में विचाराधीन है। इस घटना से आहत विजय बहादुर ने जिलाधिकारी कार्यालय पहुंच कर न्याय की गुहार लगाया। वहीं जिलाधिकारी ने पूरे मामले में जांच के आदेश दिए हैं।