49 लाख भेज दिया एक माह का बिजली बिल
# सुधारने के नाम पर मांगी जा रही मोटी रकम, ऊर्जा मंत्री एके शर्मा से हुई शिकायत
जौनपुर।
गुलाम साबिर
तहलका 24×7
खेतासराय इलाके के शाहापुर गांव स्थित राइस मिलर को जनवरी माह का बिजली बिल बकाया 49 लाख रुपये से अधिक भेज दिया गया। घबराया मिल स्वामी सम्बंधित अधिकारियों से मिला तो बिल सुधार के नाम पर मोटी रकम मांगें जाने का आरोप लगा है। मामला ऊर्जा मंत्री व जिलाधिकारी के समक्ष उठा तो अफसरों ने बिल में सुधार आश्वासन दिया है।कलेक्ट्रेट प्रेक्षा गृह में योगी सरकार के आठ वर्ष पूरे होने पर जिले में आये प्रभारी मंत्री एके शर्मा से पीड़ित सर्वेश कुमार ने मुलाकात अपना दुखड़ा सुनाया।

सर्वेश कुमार ने बताया कि दिसम्बर माह तक बिजली भुगतान कर दिया था, लेकिन जनवरी माह बिजली निगम ने उन्हें 49 लाख 94 हज़ार 369 रुपये भेज दिया गया। जबकि मीटर रीडिंग 2 लाख 68 हज़ार 302 रुपया ही शो कर रही है। यह बकाया यूपीपीसीएल वेबसाइट पर भी अपलोड है जिससे राइस मिल स्वामी के होश उड़ गए। उसने विभाग के अधिशासीय अभियंता विद्युत वितरण खण्ड शाहगंज को प्रार्थना पत्र देकर मुलाकात किया तो उन्होंने बकाया धन राशि 16 लाख 85 हज़ार 61 रुपया होने की बात कही। दो दिन में उक्त अधिकारी ने बिजली बिल दुरुस्त करने का आश्वासन दिया।

10 दिन बाद भी बकाया दुरुस्त नहीं हुआ तो अधिशासीय अभियंता ने बाबू लल्लन सोनकर, हिमांशु और लेखाकार अंकित से मिलने की बात कही। उन लोगों से मिलने पर बिल सुधार के एवज में 6 लाख रुपये की धनराशि मांग की जाने लगी। पैसे मांगने की जानकारी एक्सीईन को दी तो उन्होंने भी यही बात दोहराई। इतनी धनराशि देने से इंकार किया तो कनेक्शन काटने की धमकी दी जाने लगी। पीड़ित का आरोप है कि एक्सईन शहागंज से पुनः मुलाकात कर बिजली बिल दुरुस्त करने का अनुनय विनय किया तो अलग कमरे में ले जाकर 6 लाख रुपये की धनराशि की मांगी गई। इससे त्रस्त होकर ऊर्जा मंत्री और जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र से गुहार लगाई।

ऊर्जा मंत्री एके शर्मा से मिलकर पीड़ित ने बताया कि पूर्व में भी उन्हें 4.32 करोड़ से अधिक का बिल भेजकर उत्पीड़न व दोहन किया गया। मंत्री व जिलाधिकारी ने न्याय का आवश्वासन दिया।अधिशासी अभियंता शाहगंज संतोष मिश्रा ने बताया कि घरेलू और कमर्शियल बिल अभियान चलाकर उपभोक्ताओं का बकाया जमा कराया जा रहा है, जो धनराशि जमा नहीं करते है, वही झूठा आरोप लगाते हैं। राइस मिलर ने बिल संसोधन करने के लिए प्रार्थना पत्र दिया है। अन्य आरोप गलत हैं।