खुरपका, मुंहपका का कई गांवों में प्रकोप, दो मवेशियों की मौत
खुटहन, जौनपुर।
मुलायम सोनी
तहलका 24×7
क्षेत्र के आधा दर्ज गांवों में दर्जनों बेजुबान खुरपका मुंहपका के जद में हैं। रोग से पीड़ित दो बेजुबानों की अब तक मौत हो चुकी है। इसके अलावा कई मवेशी पीड़ित चल रहे हैं।पशु पालकों का आरोप है कि पशु चिकित्सक सभी दवाएं बाहर की लिख रहे हैं।
अपने पास से कुछ दवाएं व इंजेक्शन देकर हजार से दो हजार रुपए भी ऐंठ ले रहे हैं।

रोग की जद में आकर दो दिनों के भीतर सौरइयां गांव निवासी हरिनाथ दूबे की एक गाय और पड़िया ने तड़प तड़प कर दम तोड़ दिया।इनका आरोप है कि चिकित्सक द्वारा उपचार के नाम पर बाहर की दवाएं लिखी गई। कुछ दवा और इंजेक्शन देकर दो हजार रुपए भी लिए गए। लेकिन दोनों बेजुबानों को बचाया नहीं जा सका। इसी गांव के जीतू यादव के तीन मवेशी रोग की जद में हैं।

बगल गांव कानामऊ के फूलचंद यादव और नंदलाल बघेल के दो-दो मवेशी, शेरापट्टी गांव के लालजी यादव और सुरेंद्र यादव के तीन मवेशी, त्रिकौलिया गांव के अचल पाल के दो मवेशी खुरपका मुंहपका की चपेट में हैं। इसके अलावा कई गांवों में दर्जनों मवेशी रोग की चपेट में हैं।

लगातार बढ़ते जा रहे रोग से पशु पालक भयभीत हैं। उनका आरोप है कि मवेशियों के उपचार में सरकारी सुविधाएं नहीं मिल रही है। वहीं चिकित्सक डाक्टर चंद्रभान भारशिव का कहना है सूचना मिलते ही घर पहुंच कर उपचार किया जा रहा है। जो भी दवाएं उपलब्ध है वह नि:शुल्क दिया जा रहा है।








