31.1 C
Delhi
Thursday, May 9, 2024

जौनपुर : पं. दीनदयाल उपाध्याय जी की पुण्यतिथि को भाजपाइयों ने मनाया समर्पण दिवस के रूप में

जौनपुर : पं. दीनदयाल उपाध्याय जी की पुण्यतिथि को भाजपाइयों ने मनाया समर्पण दिवस के रूप में

जौनपुर।
विश्व प्रकाश श्रीवास्तव
तहलका 24×7
                    भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष पुष्पराज सिंह के नेतृत्व में गुरुवार को खरका कालोनी स्थित पार्क में पं. दीनदयाल उपाध्याय जी के मूर्ति पर माल्यार्पण करके भाजपाइयों ने समर्पण दिवस के रूप में मनाया। इस अवसर एक संगोष्ठी आयोजित की गई।

संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए जिलाध्यक्ष पुष्पराज सिंह ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय एक प्रखर विचारक, उत्कृष्ट संगठनकर्ता तथा एक ऐसे नेता थे जिन्होंने जीवन पर्यंन्त अपनी व्यक्तिगत ईमानदारी व सत्यनिष्ठा को महत्त्व दिया, वे भारतीय जनता पार्टी के लिए वैचारिक मार्गदर्शन और नैतिक प्रेरणा के स्रोत रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय मज़हब और संप्रदाय के आधार पर भारतीय संस्कृति का विभाजन करने वालों को देश के विभाजन का ज़िम्मेदार मानते थे।

वह हिन्दू राष्ट्रवादी तो थे ही, इसके साथ ही साथ भारतीय राजनीति के पुरोधा भी थे। दीनदयाल जी की मान्यता थी कि हिन्दू कोई धर्म या संप्रदाय नहीं, बल्कि भारत की राष्ट्रीय संस्कृति हैं। दीनदयाल उपाध्याय जी की पुस्तक एकात्म मानववाद है जिसमें साम्यवाद और पूंजीवाद, दोनों की समालोचना की गई है। एकात्म मानववाद में मानव जाति की मूलभूत आवश्यकताओं और सृजित क़ानूनों के अनुरुप राजनीतिक कार्रवाई हेतु एक वैकल्पिक सन्दर्भ दिया गया है।

कार्यक्रम में उपस्थित राज्यमंत्री गिरीश चन्द्र यादव ने कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने जब भारतीय जनसंघ की स्थापना की तब दीनदयाल उपाध्याय को प्रथम महासचिव नियुक्त किया गया था, उन्होंने 15 वर्षों तक महासचिव के रूप में जनसंघ की सेवा की और श्यामा प्रसाद मुखर्जी के देहांत के बाद उन्हें भारतीय जनसंघ का अध्यक्ष नियुक्त किया गया, प्रदेश प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने कहा कि वे बहुत अच्छे पत्रकार भी थे वह लखनऊ में प्रकाशित होने वाली मासिक पत्रिका “राष्ट्र धर्म” में एक पत्रकार के रूप में कार्य किया, उन्होंने कई साहित्यिक कृतियां भी लिखी है

जिसमें सम्राट चंद्रगुप्त, जगतगुरू शंकराचार्य, अखंड भारत क्यों हैं, राष्ट्र जीवन की समस्याएं, राष्ट्र चिंतन और राष्ट्र जीवन की दिशा प्रमुख थी। उन्होंने आगे कहा कि 11 फ़रवरी 1968 को उनका मृत शरीर मुग़ल सराय रेलवे स्टेशन पर संदिग्ध हालत में पाया गया जो आज भी रहस्य बना हुआ है। उनके नाम पर केंद्र सरकार ने मुगलसराय स्टेशन का नाम पण्डित दीनदयाल उपाध्याय स्टेशन रखा है। उक्त अवसर पर जिला महामंत्री पीयूष गुप्ता, रामसूरत बिन्द, अशोक मौर्या, जिला उपाध्यक्ष सुरेन्द्र सिंघानियां, अमित श्रीवास्तव, किरण श्रीवास्तव, जिला मंत्री राजू दादा, श्याम मोहन अग्रवाल, मीडिया प्रभारी आमोद सिंह, विनीत शुक्ला, ब्रह्मेश शुक्ला, अनिल गुप्ता, रोहन सिंह, इन्द्रसेन सिंह, प्रमोद प्रजापति, प्रतीक मिश्रा, आदर्श सिंह, मंडल अध्यक्ष अमित श्रीवास्तव, विकास शर्मा, सतीश त्यागी, अभिषेक श्रीवास्तव, मनोज तिवारी, सरश गौड़, गीता बिन्द, शुभम मौर्य आदि उपस्थित रहें।
Feb 11, 2021

तहलका संवाद के लिए नीचे क्लिक करे ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓

लाईव विजिटर्स

37299180
Total Visitors
844
Live visitors
Loading poll ...

Must Read

Tahalka24x7
Tahalka24x7
तहलका24x7 की मुहिम..."सांसे हो रही है कम, आओ मिलकर पेड़ लगाएं हम" से जुड़े और पर्यावरण संतुलन के लिए एक पौधा अवश्य लगाएं..... ?

एनडीए सरकार का इस बार हो जाएगा पतन : अशोक सिंह

एनडीए सरकार का इस बार हो जाएगा पतन : अशोक सिंह # भाजपा सरकार ने युवाओं को बेरोजगारी के दलदल...

More Articles Like This