बगैर काम किए 17 करोड़ से अधिक की फर्जी बिलिंग
# निलंबित एक्सईएन समेत छह के खिलाफ मुकदमा दर्ज
मऊ।
तहलका 24×7
अधीक्षण अभियंता ने निलंबित एक्सईएन (अधिशासी अभियंता) सहित छह कर्मचारियों के खिलाफ मऊ शहर कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई है। विद्युत वितरण खंड प्रथम में वित्तीय वर्ष 2022-23 में आर्डर एंड मेंटेंनेंस मद में ईआरपी प्रणाली पर 17 करोड़ से अधिक धनराशि फर्जी बिलिंग के जरिए भुगतान कराकर गबन के प्रयास की साजिश रचने के मामले में यह कार्रवाई हुई है।
अधीक्षण अभियंता विद्युत वितरण खंड आनंद पांडेय की ओर से दर्ज कराए गए मुकदमे में कहा गया है कि वितरण खंड प्रथम मऊ के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2022-23 में ओएंडएम मद में ईआरपी प्रणाली पर 17 करोड़ 9 लाख 4 हजार 884 रुपये बीजकों के भुगतान के लिए अपलोड किया गया था।बगैर कार्य कराए फर्जी बिलिंग के आधार पर इस धनराशि को भुगतान कराने की साजिश रची गई। मापन पुस्तिका, बिलों पर अधिशासी अभियंता समेत सभी आरोपियों ने हस्ताक्षर भी बना दिए गए थे। मामला संदिग्ध प्रतीत होने पर प्रबंध निदेशक, पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, वाराणसी ने 13 जून 2023 को तीन सदस्यीय जांच समिति गठित की।
समिति ने जांच में ईआरपी प्रणाली पर अपलोड किए गए बीजक/ अनुबंध प्रपत्र कार्यों का मापन आदि प्रथम दृष्टया कूटरचित मिला। जांच में भ्रष्टाचार उजागर होने पर पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक ने शनिवार को एक्सईएन सहित पांच कर्मचारियों को निलंबित कर दिया था। रविवार को अधीक्षण अभियंता ने निलंबित किए गए एक्सईएन समेत छह पर मुकदमा दर्ज कराया। विद्युत वितरण खंड प्रथम के तत्कालीन अधिशासी अभियंता अभिनव तिवारी, कार्यकारी सहायक संतोष कुमार सैनी, सुमित कुमार यादव, लेखाकार घरभरन, तत्कालीन कार्यकारी सहायक मिथिलेश कुमार यादव, तत्कालीन लेखाकार रमेश कुमार यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है।