संसद पर हुए आतंकी हमले की बरसी के दिन फिर लगी संसद की सुरक्षा में सेंध
# छह लोगों ने गुरुग्राम में रची थी साजिश, पांच गिरफ्तार, एक फरार
नई दिल्ली।
तहलका 24×7
पुलिस को शक है कि बुधवार को संसद की सुरक्षा में हुई चूक के मामले में पकड़े गए चार लोगों के साथ दो और लोग शामिल थे। सूत्रों ने दावा किया कि सभी छह लोग एक-दूसरे को जानते हैं और गुरुग्राम में एक घर में रह रहे थे। आरोपी अमोल शिंदे और नीलम को संसद भवन के बाहर से पकड़ा गया, जबकि सागर शर्मा और मनोरंजन डी को लोकसभा के अंदर से पकड़ा गया। वे पुलिस की हिरासत में हैं। पुलिस उनके दो संदिग्ध साथियों की तलाश में है जिनकी पहचान ललित और विक्रम के तौर पर हुई है।
पुलिस ने कहा कि संसद भवन के बाहर प्रदर्शन के दौरान कैन का इस्तेमाल कर पीला और लाल रंग का धुआं फैलाने के आरोप में अमोल और नीलम को गिरफ्तार किया गया है। दर्शक दीर्घा से दो व्यक्तियों के लोकसभा में कूदने और कैन से पीला तथा लाल रंग का धुआं फैलाने के कुछ मिनट बाद यह घटना हुई। लोकसभा में हुई घटना से सांसदों में दहशत फैल गई। पुलिस सूत्रों ने बताया कि चारों आरोपी एक-दूसरे को जानते थे और उनके दो अन्य साथी भी थे, जिनका अब तक पता नहीं चल पाया है।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि चार लोगों को पकड़ लिया गया है, जबकि पांचवें की पहचान कर ली गई है। दो संदिग्ध और चार आरोपी गुरुग्राम के एक घर में रुके थे और ऐसा लगता है कि घटना की साजिश रची गई थी। आरोपियों के पास से मोबाइल फोन नहीं मिले हैं और पुलिस उनके फोन की तलाश कर रही है।सुरक्षा में चूक की यह घटना 2001 में संसद पर हुए आतंकी हमले की बरसी के दिन हुई। पाकिस्तान आधारित लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद संगठनों के आतंकवादियों ने 2001 में आज ही के दिन संसद परिसर पर हमला किया था, जिसमें नौ लोगों की मौत हो गई थी
भारतीय जनता पार्टी के सांसद प्रताप सिम्हा के अधिकार पत्र पर बुधवार को लोकसभा की दर्शक दीर्घा से सदन में कूदने वाले दो व्यक्तियों को ‘पास’ जारी किए गए थे। सूत्रों के मुताबिक सांसद सिम्हा उनमें से एक आरोपी को जानते थे, क्योंकि वह उनके निर्वाचन क्षेत्र मैसूर का है और वह अक्सर उनके कार्यालय आता था। सूत्रों के अनुसार, आरोपियों में से एक मनोरंजन डी ने सह-आरोपी सागर शर्मा को सांसद के कार्यालय में एक दोस्त के रूप में पेश किया और नयी संसद देखने के बहाने ‘पास’ हासिल किए। सिम्हा के कहने पर बुधवार के लिए तीन ‘पास’ जारी किए गए थे। सांसद के करीबी सूत्रों ने बताया कि एक महिला को संसद से लौटना पड़ा क्योंकि, उसके साथ आए बच्चे का नाम उसके ‘पास’ पर अंकित नहीं था। महिला का दोनों आरोपियों से कोई संबंध नहीं था। मनोरंजन डी तीन महीने से अधिक समय से सिम्हा और उनके कार्यालय में ‘पास’ के लिए प्रयासरत था। आलोचनाओं का सामना कर रहे सिम्हा के कार्यालय ने उनका बचाव करते हुए कहा कि सांसद आम तौर पर अपने निर्वाचन क्षेत्र के सदस्यों के ऐसे अनुरोधों पर विचार करते हैं।
# पकड़े गए आरोपियों के परिजनों ने जताई अनभिज्ञता
लोकसभा में दर्शक दीर्घा से छलांग लगाने वालों में से एक सागर शर्मा लखनऊ का रहने वाला है और उसके परिजनों का कहना है कि वह कुछ दिन पहले “दिल्ली में विरोध प्रदर्शन” में भाग लेने के लिए घर से निकला था, हालांकि, संसद में हुई घटना में उसकी संलिप्तता के इरादे के बारे में कुछ भी नहीं जानते थे। सागर सहित दो व्यक्ति शून्यकाल के दौरान दर्शक दीर्घा से लोकसभा कक्ष में कूद गए। उन्होंने पीले रंग का धुंआ छोड़ा और सांसदों द्वारा पकड़े जाने से पहले नारे लगाए। दोनों प्रदर्शनकारी अब दिल्ली पुलिस की हिरासत में हैं।
राजधानी के मानक नगर थाना क्षेत्र के रामनगर इलाके का रहने वाले सागर की मां रानी शर्मा इस घटना से हैरान नजर आ रही है। रानी ने कहा, वह (सागर) दो दिन पहले घर से निकला था। उसने कहा था कि वह कुछ काम के लिए दोस्तों के साथ दिल्ली जा रहा है। मैंने उससे पिछले दिन आखिरी बार फोन पर बात की थी। मानक नगर के थानाध्यक्ष शिव मंगल सिंह ने कहा, “हमने सागर के पिता को उनके बेटे के बारे में पूछने के लिए बुलाया है।”
पुलिस के मुताबिक सागर का परिवार मूल रूप से उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले का रहने वाला है। पुलिस ने परिजनों के हवाले से बताया कि सागर हाल ही में बेंगलुरु से लखनऊ लौटा था। सागर की नाबालिग बहन पायल शर्मा ने कहा, “मैंने अपने भाई को अपनी मां से यह कहते हुए सुना कि वह कुछ दिन पहले एक विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए दिल्ली जा रहा है।” पायल ने कहा, “मेरा भाई ई-रिक्शा चलाता था। वह पहले बेंगलुरु में काम करता था।” सागर के मामा प्रदीप शर्मा ने मामले से अनभिज्ञता जताते हुए कहा, “मुझे कुछ नहीं पता। इससे पहले ऐसा कभी कुछ हुआ नहीं। कोई कुछ बता नहीं सकता।”
मानक नगर के थानाध्यक्ष शिव मंगल सिंह ने कहा, सागर शर्मा (28) अपनी बहन और माता-पिता के साथ रामनगर इलाके में किराए के मकान में रहता है। उसके पिता रोशन लाल बढ़ई का काम करते हैं और सागर स्वयं ई-रिक्शा चलाता है। परिवार एक दशक से अधिक समय से किराए के मकान में ही रह रहा है। उन्होंने कहा, परिवार के सदस्यों ने लोकसभा घटना में उसकी संलिप्तता के बारे में कोई भी जानकारी होने से इनकार किया है। हम इस समय परिवार के सदस्यों से प्रारंभिक जानकारी जुटाने की कोशिश कर रहे हैं।
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश के अनुसार जांच को आगे बढ़ाया जाएगा। स्थानीय पुलिस टीमों को सागर के आवास पर उसके परिवार के सदस्यों से बात करते देखा गया। घटना में सागर की संलिप्तता के बारे में सुनकर बुधवार शाम उसके पड़ोसियों और पत्रकारों का उसके घर पर जमावड़ा लग गया। अधिकारियों ने बताया कि कानून-व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए घर के पास स्थानीय पुलिस इकाई तैनात की गई है।