हत्याकांड का पुलिस ने किया खुलासा दो गिरफ्तार, दो फरार
# अस्पताल संचालन को लेकर पार्टनर कराई थी चिकित्सक की हत्या
जौनपुर।
विश्व प्रकाश श्रीवास्तव
तहलका 24×7
जलालपुर थाना अंतर्गत 4 जनवरी को डा. तिलकधारी पटेल की हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस ने दो अभियुक्तों महेश सोनकर व किशन सिंह को हत्या में प्रयुक्त पिस्टल कारतूस, मोटर साइकिल के साथ गिरफ्तार किया।
घटना का सोमवार को खुलासा करते हुए अपर पुलिस अधीक्षक शहर बृजेश कुमार ने बताया की पुलिस अधीक्षक डॉ. अजय पाल शर्मा के निर्देशन में वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के दौरान पुलिस को मुखबिर द्वारा सूचना मिली कि डा. पटेल की हत्या में शामिल अभियुक्त महेश सोनकर पुत्र भोला सोनकर निवासी लालपुर थाना जलालपुर कुसिया नहर के रास्ते बाइक से हाइवे की तरफ आ रहा है। सूचना पर प्रभारी निरीक्षक टीम के साथ भवनाथपुर नहर पुलिया के पास से एक अभियुक्त को हिरासत में लिया। जिसका नाम पता पूछते हुए जामातलाशी ली गयी तो अपना नाम महेश सोनकर बताया। जिसके कब्जे से एक पिस्टल, कारतूस व लूट की बाइक बरामद हुई। अभियुक्त महेश सोनकर के अनुसार दरवेशपुर हाइवे पुल अण्डरपास से एक अभियुक्त किशन सिंह पुत्र सुशील सिंह निवासी कसेरू पुरेदयाल थाना सुरेरी श्री कृष्णा बाल केयर चिकित्सालय जलालपुर के संचालक को गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में महेश सोनकर ने बताया कि मैं अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर डॉ. तिलकधारी पटेल को किशन सिंह पुत्र सुशील सिंह जो कृष्णा बाल केयर चिकित्सालय जौनपुर के संचालक हैं उनके कहने पर 5 लाख रूपये की सुपारी ली, और गोली मारकर हत्या किया। घटना के पहले 20 हजार रूपये तथा घटना के बाद 25 हजार रूपया मिला था। शेष पैसे लेने के बारे में बात करने के लिए आते समय पकड़ गया। घटना के समय किशन सिंह भी हमलोगों के साथ मौजूद रहकर डा. तिलकधारी पटेल के सोने वाले स्थान को बताया था। जिसके बाद हम लोगों ने घटना को अंजाम दिया।
वहीं किशन सिंह श्री कृष्णा बाल केयर चिकित्सालय के संचालक ने बताया कि मृतक डा. पटेल से व्यापार सम्बन्धी विवाद था। डा. पटेल हमारे तथा हमारे हास्पिटल के विरूद्ध गलत अफवाह फैलाकर हमारा अस्पताल खराब कर रहे थे। जिसके कारण मेरा अस्पताल बिल्कुल नही चल रहा था। मजबूर होकर मैने महेश सोनकर व उसके दो अन्य साथियों के साथ मिलकर 5 लाख रूपये में डा. पटेल की हत्या कराने की साजिश रची। घटना के समय मैं भी मौजूद था।
मामले का सोमवार को खुलासा करते हुए अपर पुलिस अधीक्षक ब्रजेश कुमार ने बताया की डॉ. तिलकधारी पटेल व किशन सिंह एक साथ हॉस्पिटल चला रहे थे। बाद दोनों अलग हो गए। किशन बगल में अपना एक हॉस्पिटल खोल दिया और दोनों का कम्पटीशन होने लगा। तिलकधारी का अस्पताल ठीक चलने लगा, किशन अस्पताल कम चल रहा था। इसी बात को लेकर डॉक्टर ने हत्या की साजिश रच दिया। 5 लाख की सुपारी देकर हत्या करवा दी। कहा कि फरार दो आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की गयी है।