26.1 C
Delhi
Tuesday, September 23, 2025

भारतीय वैज्ञानिकों ने समुद्र की गहराई में खोजा खनिज का खजाना

भारतीय वैज्ञानिकों ने समुद्र की गहराई में खोजा खनिज का खजाना

# 4,500 मीटर नीचे मिला एक्टिव हाइड्रोथर्मल वेंट

चेन्नई। 
तहलका 24×7 
              भारत के महत्वाकांक्षी डीप ओशन मिशन ने हिंद महासागर की सतह से 4,500 मीटर नीचे एक्टिव हाइड्रोथर्मल वेंट की खोज की है। यह खोज राष्ट्रीय महासागर प्रौद्योगिकी संस्थान (NIOT) के वैज्ञानिकों ने भारतीय समुद्र में एक महत्वपूर्ण खोज की। यह खोज एक मानवरहित अंडरवाटर व्हीकल (UUV) की तैनाती के माध्यम से की गई है, जो गहरे समुद्र में खनन और वैज्ञानिक अनुसंधान में भारत की महत्वाकांक्षाओं के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है।
शोधकर्ताओं के अनुसार यह उपलब्धि वैज्ञानिकों के आत्मविश्वास को बढ़ाने और भविष्य में गहरे समुद्र में एक्सप्लोरेशन के लिए महत्वपूर्ण है। हाइड्रोथर्मल वेंट पानी के नीचे गर्म झरने हैं, जो तीव्र ज्वालामुखी गतिविधि वाले क्षेत्रों में बनते हैं। आमतौर पर यह मध्य-महासागर की लकीरों के साथ बनते हैं, जहां टेक्टोनिक प्लेटें अलग हो रही होती हैं। समुद्री जल समुद्र तल की दरारों में रिसता है, जहां यह अंतर्निहित मैग्मा से गर्म होता है। यह गर्म पानी घुले हुए खनिजों से भरा हुआ होता और यह समुद्र तल से फट जाता है, जिससे ऊंची-ऊंची चिमनियां बनती हैं।
खनिजों का खजाना न केवल भू-वैज्ञानिक चमत्कार है, बल्कि यूनीक इको सिस्टम की मेजबानी भी करते हैं। उच्च तापमान और दबाव की चरम स्थितियों के बावजूद, इन वेंट के आसपास जीवन की एक विविध श्रृंखला पनपती है, जिसमें विशाल ट्यूब वॉर्म, क्लैम और अन्य केमो सिंथेटिक जीव शामिल हैं जो वेंट पर होने वाले कैमिकल रिएक्शन से ऊर्जा प्राप्त करते हैं। इन वेंट के आसपास तांबा, जस्ता, सोना, चांदी और दुर्लभ पृथ्वी तत्वों जैसी मूल्यवान धातुओं की उच्च सांद्रता होती है, जो उन्हें भविष्य के गहरे समुद्र में खनन कार्यों के लिए संभावित लक्ष्य बनाती है।
भारत की गहरे समुद्र की महत्वाकांक्षाएं यह खोज भारत के महत्वाकांक्षी गहरे समुद्र मिशन के अनुरुप है, जो गहरे समुद्र के संसाधनों की खोज और दोहन के उद्देश्य से एक बहु-विषयक कार्यक्रम है। सरकार ने इस पहल के लिए महत्वपूर्ण धनराशि आवंटित की है, जिसमें भारत के आर्थिक विकास और तकनीकी उन्नति में योगदान देने के लिए गहरे समुद्र के संसाधनों की क्षमता को मान्यता दी गई है।
हाइड्रोथर्मल वेंट की खोज भारतीय वैज्ञानिकों को यूनीक इको सिस्टम का अध्ययन करने उनके पारिस्थितिक महत्व को समझने और टिकाऊ गहरे समुद्र संसाधन अन्वेषण के लिए प्रौद्योगिकियों को विकसित करने का एक अवसर प्रदान करती है। भविष्य की दिशाएं गहरे समुद्र में अन्वेषण और खनन महत्वपूर्ण तकनीकी और पर्यावरणीय चुनौतियां पेश करते हैं। ऐसी गहराई पर संचालन के लिए विशेष उपकरण और मजबूत बुनियादी ढांचे की आवश्यकता होती है।

तहलका संवाद के लिए नीचे क्लिक करे ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓

Loading poll ...

Must Read

Tahalka24x7
Tahalka24x7
तहलका24x7 की मुहिम... "सांसे हो रही है कम, आओ मिलकर पेड़ लगाएं हम" से जुड़े और पर्यावरण संतुलन के लिए एक पौधा अवश्य लगाएं..... ?

ग्राम पंचायत सिधाई के अक्खनसराय में दुर्गा पंडाल का शुभारंभ

ग्राम पंचायत सिधाई के अक्खनसराय में दुर्गा पंडाल का शुभारंभ शाहगंज, जौनपुर।  एखलाक खान तहलका 24x7              ...

More Articles Like This