जौनपुर : पीटी ऊषा एथलीट्स एकेडमी ऑफ केरला में नीतिका का हुआ चयन
# डेहरी की बिटिया ने केरला में जनपद व गांव का बढ़ाया मान, क्षेत्र में हर्ष का माहौल
केराकत। विनोद कुमार तहलका 24×7 कमियाबी उन्हीं को हासिल होती है जिनके हौसलों में जान होती है, पंखों से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है, कुछ इसी तरह की मिसाल जौनपुर जिले के केराकत तहसील क्षेत्र के डेहरी गांव की नीतिका यादव ने पेस की हैं। जिनका चयन पीटी ऊषा एथलीट्स एकेडमी ऑफ केरला में हुआ है।
गौरतलब हो कि पीटी ऊषा एथलीट्स एकेडमी केरला में एक दिवसीय लड़कियों का सिलेक्शन ट्रायल 11 से 13 वर्ष के बीच चला सिलेक्शन ट्रायल में नीतिका यादव ने अपना बेहतरीन प्रदर्शन के बदौलत सफलता हासिल करते हुए पीटी ऊषा एकेडमी में अपनी जगह पक्की करने में कामियाब रही। नीतिका यादव के चयन की खबर जैसे ही परिवार में हुए तो परिवार सहित ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। बधाई देने वालों का तांता डेहरी गांव में लगा रहा। नीतिका यादव ने अपनी सफलता का श्रेय माता पिता, ग्रामीणों समेत कराटे गुरु सोनू यादव को दी।
बता दे की पीटी ऊषा एकेडमी में चयन हुए बच्चों के प्रैक्टिस से लेकर खाना-पीना, पढ़ाई-लिखाई व रहने का सारा खर्च भारत सरकार उठाती है। एकेडमी में चयन हुए बच्चों को खेल के लिए तैयार किए जाते है पूरी तरह तैयार होने के बाद खिलाड़ी भारत के लिए खेलते हैं।
# पति देश की सेवा और बेटी देश के लिए खेले मेरे लिए सौभाग्य की बात- मनोजा देवी
नीतिका यादव की पीटी उषा एथलीट्स एकेडमी केरला में चयन की खबर मिलते ही परिजनों में खुशी लहर दौड़ पड़ी मीडिया से बात करते हुए नीतिका यादव की माता मनोजा देवी ने बताया कि मेरे लिए गर्व की बात है की मेरा पति लेह लद्दाख में भारत तिब्बत सीमा पर सेवा की सेवा कर रहे है और मेरी बेटी आने वाले दिनों में देश के लिए खेलकर देश का नाम रोशन करेंगी उन्होंने बताया की तीन बच्चों में नीतिका मेरी सबसे बड़ी बेटी है नीतिका अब तक कुल 7 मेंडल अपने नाम कर चुकी है जिसमें 4 नेशनल 2 स्टेट और 1 जिला लेबल पर मेंडल जीत चुकी है नीतिका कक्षा 8 में गोमती पब्लिक स्कूल केराकत में पढ़ती है।
# माता पिता की बदलती मानसिकता को देखकर खुशी होती है- पीटी उषा
भारतीय ट्रैक और फील्ड की “रानी” मानी जाने वाली पी.टी.उषा एथलीट में भारत के अब तक के सबसे अच्छे खिलाड़ियों में से एक हैं।उन्होंने अपने ट्वीटर पर शेयर करते हुए लिखा कि उषा स्कूल ऑफ़ एथलेटिक्स के चयन परीक्षणों के भारत के विभिन्न भागों से आए 267 लड़कियों की भागीदारी पर आश्चर्यचकित हूं। माता पिता की बदलती मानसिकता को देखकर बहुत खुशी होती हैं, अपनी लड़कियों को सशक्त बनाना और उन्हें अपने सपनो को पूरा करने के लिए पंख देने के लिए उन सभी परिवारों का आभार प्रकट करती हूं।