मस्ती की पाठशाला को बच्चों ने किया मां के नाम
सुइथाकला।
राजेश चौबे
तहलका 24×7
बेसिक स्कूलों में शनिवार का दिन वर्तमान में मस्ती की पाठशाला के रूप में संचालित हो रहा है। इस दिन बच्चों को पाठ्य पुस्तकों से दूर रखकर अन्य पाठ्य सहगामी क्रियाओं के द्वारा कुछ नया सीखने-सिखाने का कार्य किया जा रहा है।जिसमें बच्चे सीखने के साथ ही जमकर मौज मस्ती करते हैं।
गौरतलब हो कि कुछ यूरोपीय देशों में मई माह का दूसरा रविवार मदर्स-डे के रूप में मनाया जाता है।

जो मां के त्याग, तपस्या, समर्पण और प्यार को सम्मान देने के लिए मनाया जाता है। उसी तर्ज पर शिक्षा क्षेत्र का सदरूद्दीनपुर स्थित इंग्लिश मीडियम प्राथमिक स्कूल के बच्चे एक दिन पूर्व शनिवार को मस्ती की पाठशाला को अपने मां के नाम यादगार पल बना दिया। इस दौरान गुरूजनों संग बच्चों ने विविध कार्यक्रमों के माध्यम से मां से संबंधित संस्मरण प्रस्तुत किए। जिसकी लोगों ने जमकर सराहना की।

इस बाबत प्रभारी प्रधानाध्यापिका अनुपमा अग्रहरि ने बताया कि इस तरह के क्रियाकलापों से बच्चों को बहुत कुछ नया सीखने का अवसर मिलता है। कम खर्च में की गई साज सज्जा बच्चों को मितव्ययिता के लिए प्रेरित किया। इस दौरान बृजेश सिंह, राकेश कुमार, घनश्याम, विवेक गुप्ता समेत अन्य लोग मौजूद रहे।