सुल्तानपुर : आरके महाविद्यालय में धूमधाम से मनाई गई अम्बेडकर जयंती
अखण्डनगर। आर एस वर्मा तहलका 24×7 दर्जनों डिग्रियों और विश्व की 9 भाषाओं पर अपनी पकड़ रखने वाले भारत रत्न डॉ भीम राव अम्बेडकर जी ने भारतीय संविधान के निर्माण में अपनी बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जब अंग्रेजों ने भारतीयों के सामने यह शर्त रखी कि अपना संविधान बना कर दिखाओ तो उस चुनौती को डाक्टर बाबा साहेब ने स्वीकार करते हुए एक ऐसे संविधान को अंग्रेजों के सामने रखा जिसमें हर वर्ग विशेष का ध्यान रखा गया था। उनके द्वारा लिखित संविधान विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान है उक्त बातें घाटमपुर के आरके महाविद्यालय के प्रबंधक डॉ जेपी दूबे ने अम्बेडकर जयंती कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में कहा।
उन्होंने आगें कहा कि आज की परिस्थितियों को देखते हुए यह बहुत ही जरुरी हो गया है कि हम उनके बताए हुए मार्ग का अनुसरण करते हुए समाज में व्याप्त समाजिक बुराईयों का खत्म करने में अपना योगदान दें।महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ देवव्रत यादव ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि अम्बेडकर साहब का लिखा गया संविधान अपनी तरह का एक अनूठा संविधान है जिसे हर धर्म हर जाति से ऊपर रखा जाता है। उन्होंने अपने संविधान में व्यक्ति विशेष नहीं बल्कि सभी का प्रतिनिधित्व बराबर किया है। इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त छात्र छात्राओं के साथ महाविद्यालय के शोभावती देवी, इंटर कालेज के उप प्रधानाचार्य अलख पाण्डेय, महाविद्यालय के प्राध्यापक सुरेन्द्र नाथ, रविन्द्र नाथ, पुजा तिवारी आदि लोग उपस्थित रहें।