अयोध्या में प्रभु के अभिनंदन में सौहार्द की बयार
# दीपोत्सव का भव्य उल्लास, राम के स्वागत में संस्कृतियों का सागर
अयोध्या।
तहलका 24×7
साकेत महाविद्यालय से शनिवार सुबह जब भगवान श्रीराम की राज्याभिषेक यात्रा निकली तो पूरी अयोध्या राममय हो उठी। लखनऊ से भरत की भूमिका निभाने पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ठीक सुबह 10:15 बजे पहुंचे। पर्यटन मंत्री ने तिरंगा झंडा दिखाकर यात्रा को रवाना किया। हर घर के बाहर लोग इंतजार कर रहे थे कि प्रभु श्रीराम की लीला को दर्शाती झांकियां उनके दरवाजे पर कब आएंगी। कोटा राजस्थान से आए कलाकारों का खास भांगड़ा नृत्य आकर्षण का केंद्र रहा। टीम में शामिल रूपसिंह कहते हैं कि इस महोत्सव में शामिल होने के लिए उनके साथियों ने कई महीने मेहनत की।
हनुमान की भूमिका में अयोध्या के सौरभ दास थे। आज हनुमान जयंती का भी पर्व था तो उन्हें हनुमान जयंती की भी बधाईयां मिल रही थीं। मथुरा के कलाकार राजेश प्रसाद शर्मा ने कहा कि आज उनका जीवन धन्य हो गया। राजस्थान की काजल मंत्रमुग्ध होकर नृत्य कर रही थीं। आवाज देने पर केवल जय श्रीराम का जयघोष किया। पर्यटन व संस्कृति मंत्री ने कहा कि राम नगरी में सबसे ज्यादा दीप प्रज्वलित करने का एक बार फिर नया कीर्तिमान बनेगा। अहम बात ये होगी कि प्रभु श्रीराम के राज्याभिषेक के दौरान दुनिया के 50 महत्वपूर्ण देशों के राजनयिक भी मौजूद रहेंगे।
# झांकियों ने बताईं सरकार की योजनाएं
सूचना विभाग की झांकियों में पुत्रेष्ठि यज्ञ एवं सबको सुरक्षा, भयमुक्त समाज, गुरुकुल शिक्षा एवं बच्चों का अधिकार, बेसिक शिक्षा, राम सीता विवाह एवं बेटियों के विवाह के लिए सरकार की ओर से की जा रही व्यवस्था, अहिल्या उद्धार एवं मिशन शक्ति, नारी सुरक्षा, नारी सम्मान, नारी स्वालम्बन, 1090 एवं 1076 की सुविधा, पंचवटी/वन एवं पर्यावरण, रामेश्वरम सेतु एवं उप्र में पुलों का निर्माण, पुष्पक विमान एवं विज्ञान एवं प्रौद्यागिकी, बेहतर वायु कनेक्टिविटी, केवट प्रसंग एवं समाज कल्याण, राम दरबार एवं बेहतर कानून व्यवस्था, शबरी-राम मिलाप एवं महिला कल्याण, लंका दहन एवं अपराधियों एवं भूमाफिया के विरुद्ध अभियान की झांकियां हैं।
# लोग बोले… अयोध्या बदल रही है
अयोध्या बदल रही है। लोग बोलने लगे हैं। अयोध्या के गोपाल पांडेय कहते हैं अयोध्या सांस्कृतिक राजधानी दिखने लगी है। मध्य प्रदेश के श्रद्धालु महेश कुमार कहते हैं कि राम मंदिर के साथ अयोध्या बदल गई। संस्कृति का विस्तार हो रहा है। यह सांस्कृतिक राजधानी नहीं तो क्या है।
# हर 1.5 महीने में सीएम का एक दिन अयोध्या के नाम
मुख्यमंत्री योगी तीन दिन में दूसरी बार अयोध्या पहुंचे। दीये जलने का विश्व रिकाॅर्ड अयोध्या के नाम हो गया। हर रिकाॅर्ड में धार्मिक, सांस्कृतिक संदेश निहित रहा। अब लोग अयोध्या को प्रदेश की सांस्कृतिक राजधानी भी कहने लगे हैं।
योगी ने 19 मार्च 2017 को पहली बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। अयोध्या पर फोकस किया। अयोध्या में विकास कार्य शुरू हुए। उनका दौरा भी शुरू हुआ। पहले पांच साल के कार्यकाल में वे लगभग 44 बार अयोध्या पहुंचे।
# 25 राज्यों के 650 कलाकारों ने दी प्रस्तुति
श्रीराम के स्वागत में 25 राज्यों के 650 कलाकारों ने प्रस्तुति दी। पर्यटन विभाग की झांकियों में सातों अध्याय बाल कांड, अयोध्या कांड, अरण्य कांड, किष्किंधा कांड, सुंदर कांड, लंका कांड व उत्तर कांड पर आधारित सात झांकियां व एक झांकी राम रथ थीम पर निकाली गई।
# झूम उठे मुस्लिम कलाकार
रामजी के स्वागत में धर्म की बेड़ियां भी टूट गईं। छत्तीसगढ़ के मुस्लिम कलाकार यहां झूम कर नाचे। गेंड़ी शैली में नृत्य की प्रस्तुति दी। टीम का नेतृत्व जेनयू सलाम ने किया। बोले- वे कलाकार हैं, बेहतर प्रस्तुति देना ही उनका धर्म है। और राम तो पूरी दुनिया के आराध्य हैं।
# सीएम ने भगवान राम की आरती उतारी
सीएम योगी ने सरयू माता की आरती के साथ भव्य दीपोत्सव कार्यक्रम की शुरुआत की। उन्होंने भगवान श्रीराम की भी आरती उतारी। उन्होंने कहा, भगवान श्रीराम के बारे में कहा जाता है, अयोध्या से अधिक उनके लिए कोई प्रिय नहीं है। इसे केंद्र और राज्य सरकार विकसित करने में जुटी हुई है। अयोध्या में भगवान राम के आगमन से रामराज्य स्थापित हुआ था। यह दिन रामराज्य की परिकल्पना को साकार करने का दिवस है।
योगी ने कहा, 22 जनवरी को राम मंदिर के स्थापना दिवस के पहले यह कार्यक्रम महत्वपूर्ण है। दीप प्रज्वलन को सीएम योगी ने सकारात्मक ऊर्जा के संचार के रूप में पेश किया। वह इस दौरान भक्तिभाव में डूबे नजर आए। भव्य दीपोत्सव के सफल आयोजन में योगदान के लिए उन्होंने कार्यकर्ताओं का आभार जताया।
# दो सौ फीट लंबी लाइट एंड साउंड स्क्रीन
राम की पैड़ी पर देश की सबसे बड़ी दो सौ फीट लंबी लाइट एंड साउंड स्क्रीन लगी। इस पर रामायण के प्रसंगों के प्रसारण की शुरुआत हुई।