नागरी लिपि परिषद पूर्वांचल विश्वविद्यालय इकाई के अध्यक्ष बने डॉ. ब्रजेश यदुवंशी
# क्षेत्रीय भाषाओं में नागरी लिपि के प्रयोग से राष्ट्रीय एकता को मिलेगा बल : पूर्व कुलपति
जौनपुर।
विश्व प्रकाश श्रीवास्तव
तहलका 24×7
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के गेस्ट हाउस में नागरी लिपि परिषद की बैठक शनिवार को हुई। जिसमें नागरी लिपि परिषद पूर्वांचल विश्वविद्यालय इकाई के अध्यक्ष डॉ. ब्रजेश कुमार यदुवंशी को बनाया गया।इस मौके पर नागरी लिपि के विषय में विस्तार से चर्चा करते हुए पूर्व कुलपति ने बताया कि यह किस तरह दुनिया में अपने को विस्तार कर रही है।
बैठक की अध्यक्षता नागरी लिपि परिषद के अध्यक्ष एवं पूर्व कुलपति डॉ. पीसी पतंजलि ने किया। डॉ. पतंजलि ने कहा कि नागरी लिपि का प्रयोग पूरी दुनिया में हिंदी संस्कृत के साथ अन्य भारतीय भाषाओं के लेखन के लिए उपयोग किया जा रहा है। नागरी लिपि के प्रचार प्रसार के लिए शैक्षणिक संस्थानों में राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के सेमिनार आयोजित किए जाएंगे।
नागरी लिपि के वैज्ञानिकता को लेकर शिक्षण संस्थानों में कार्यशालाएं भी आयोजित की जाएगी। टंकण की दृष्टिकोण से नागरी लिपि परिषद शिक्षक एवं छात्रों के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।उन्होंने कहा कि नागरी लिपि परिषद अपने स्थापना दिवस की स्वर्ण जयंती भी मना रही है। नागरी लिपि को जरूरत के हिसाब से पाठ्यक्रमों में भी उपयोग में लाया जाएगा।
पूर्व कुलपति ने कहा कि नागरी लिपि परिषद के पूर्वांचल विश्वविद्यालय इकाई का अध्यक्ष प्रख्यात साहित्यकार एवं वैश्विक स्तर पर हिंदी नागरी लिपि एवं भारतीय संस्कृति को बढावा देने वाले डा. ब्रजेश यदुवंशी को यह दायित्व सौंपा गया है।इस अवसर पर प्रो. अविनाश पार्थिडेकर, प्रो. बीडी शर्मा, डॉ. अवधेश यादव, डॉ. वीरेंद्र, डॉ. दिलीप आदि मौजूद रहे।