श्रीकला ने फैलाया आंचल, मिलने लगा आशीर्वाद
# अंग्रेजी बोलने वाली श्रीकला सिंह ने शाहगंज विस क्षेत्र की महिलाओं से कहा, हमका चिन्हत् हाउ, हम बानी धनंज्य क मेहरारू
# हिन्दी और भोजपुरी में बोलकर आंचल फैलाया तो सैकड़ों हाथ आशीर्वाद देने को उनके सिर पर आ गए
जौनपुर।
एखलाक खान
तहलका 24×7
सोमवार से जहां जौनपुर संसदीय क्षेत्र के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू हुई, वहीं चुनावी रण में चण्डी का रूप लेकर उतरीं श्रीकला धनंजय सिंह का भ्रमण शाहगंज विधान सभा क्षेत्र में रहा। यहां उन्होंने कुल 19 गावों समेत कस्बों और मोहल्लों में महिलाओं के साथ मिलकर धूम मचा दी।
श्रीकला ने सोमवार की सुबह से देर शाम तक सुरापुर, रुधौली, अरसियां, करीमपुर बिन्द आदि गांवो के अलावा एरकियाना मोल्ल्ले में पहुंचकर यहां मौजूद महिलाओं, युवतियों, युवकों आदि से भोजपुरी भाषा में संवाद स्थापित करते हुए पूछा, हमका पहिचनात् हाउ, हमहीं बानी धनंजय सिंह के मेहरारू,,, इतना सुनते ही लोग नारे लगाने लगे।
उन्होंने रोका और कहा की आपके बेटे धनंज्य को न्याय आपके वोट से मिलेगा। बहन मायावती ने मुझे आपके पास भेजा है। चुनाव चिन्ह आप सबके मालूम बा, इसपर नारे लगते रहे हाथी।सोमवार को श्रीकला अपनी सास यानी पूर्व सांसद धनंजय सिंह माता श्रीमती स्व. लालती देवी के रूप में नज़र आईं।
22 साल बाद 2024 के संसदीय चुनाव में श्रीकला ने उसी अंदाज़ में आंचल फैलाकर लोगों से मंगल सूत्र की रक्षा के लिए गुहार लगाई जिस तरह वर्ष 2002 में विधान सभा चुनाव में माता श्रीमती लालती सिंह बेटे के लिए नज़र आईं थीं।उन्होंने खुले शब्दों में कहा कि मेरी बढ़ती जीत और खुद की हार से विचलित सत्ताधारी दल के लोग आपके बेटे को फांसने में लगे हैं।
हम तो जाति, धर्म के बंधन को दर किनार करके आपके बीच खड़ी हूं। अब मेरे मंगल सूत्र की रक्षा का फैसला आपकी अदालत में है। आपका आशीर्वाद मिला तो हम विकास के नए आयाम गढ़ेंगे। श्रीकला के आंचल फैलाते ही बुजुर्ग महिलाओं के हाथ उनके सिर पर नज़र आते रहे। यह सिलसिला देर शाम तक उनके साथ कायम रहा।