15 नामजद कई अज्ञात पर संगीन धाराओं में केस दर्ज, युवती समेत पांच गिरफ्तार
# सरपतहा थाना क्षेत्र के कोइरीपुर गांव में छेड़छाड़ के आरोपी को हिरासत में लेने पहुंची पीआरवी टीम से ग्रामीणों का हुआ विवाद
सुइथाकला, जौनपुर।
राजेश चौबे
तहलका 24×7
सरपतहां थाना क्षेत्र के कोइरीपुर गांव में महिलाओं से छेड़छाड़ की शिकायत पर पहुंचे पीआरवी जवान से विवाद करने और सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप में पुलिस ने 15 नामजद समेत कई अज्ञात पर संगीन धाराओं में केस दर्ज कर पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपियों में एक युवती भी शामिल है। पुलिस ने मामले में बलवा और दंगा फैलाने जैसे संगीन आरोप में मुकदमा दर्ज किया है।

बता दें कि मंगलवार को कोइरीपुर में शौच को गई महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की घटना हुई। ग्रामीणों ने आरोपी चंद्र कुमार पुत्र रामलवट सिहं निवासी अम्बेडकरनगर को पकड़ लिया और बंधक बनाकर डायल 112 पर सूचना दी थी। मौके पर पहुंची पीआरवी टीम के हेड कांस्टेबल से ग्रामीणों का विवाद हो गया। जिसमें ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि टीम का जवान नशे में धुत्त होकर पिस्टल निकाल धमकी दी, जिसके बाद विवाद बढ़ गया।

बाद में पहुंची सरपतहा थाने की पुलिस ने छेड़छाड़ के आरोपी समेत चार लोगों को हिरासत में लेकर शांतिभंग की कार्रवाई कर चालान न्यायालय भेज दिया।सीओ अजीत सिंह चौहान ने बताया कि मौके पर पहुंचे पीआरवी कमांडर हेड कांस्टेबल बलवंत पाल और ड्राइवर होमगार्ड सुनील कुमार को शेष कुमार, अर्पित, जियालाल, सचिन पुत्र सुभाष, अमित, सचिन पुत्र संजय, अजय, आलोक, नीरज, करीना, अरुण, गया प्रसाद, साजन, जितेन्द्र व अन्य ग्रामीणों ने घेर लिया।

सीओ के मुताबिक ग्रामीणों ने जवानों के साथ गाली गलौज किया और अभद्रता करते हुए सरकारी काम में बाधा पैदा की। कुछ ग्रामीणों ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।मामले में हेड कांस्टेबल की तहरीर पर सरपतहां थाने में आरोपी ग्रामीणों के खिलाफ बलवा और दंगा करने की धाराओं में केस दर्ज किया गया।

मामले में दबिश देकर पुलिस ने कोइरीपुर निवासी नीरज कुमार पुत्र लालदेव, जियालाल पुत्र रामदवर, देवेन्द्र पुत्र ओमप्रकाश, करीना पुत्री मज्जर और हरपुर चकिया थाना अखंडनगर जिला सुल्तानपुर निवासी आलोक कुमार उर्फ सचिन पुत्र स्व. अभयराज को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपियों को चालान न्यायालय भेज दिया गया। फिलहाल ग्रामीणों और पीआरवी टीम की इस अदावत का खामियाजा जहां लोगों को भुगतना पड़ रहा है, वहीं छेड़खानी के आरोपी पर महज शांतिभंग की कार्रवाई चर्चा का विषय बनी है।