गैर शैक्षणिक कार्यों के लिए वेतन अवरुद्ध करना गलत : सकलदेव सिंह
वाराणसी।
नीतेश गुप्ता
तहलका 24×7. उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सकलदेव सिंह ने कहाकि जिला बेसिक शिक्षाधिकारी वाराणसी द्वारा गूगल मीट के माध्यम से आए दिन शिक्षकों को अपमानित करने तथा अकारण शिक्षकों के सामूहिक रुप से वेतन आहरण पर रोक लगाने से शिक्षकों में जबरदस्त आक्रोश व्याप्त है।
उन्होंने कहा कि छात्रों के जन्म प्रमाण पत्र तथा आधार बनाने की जटिल प्रक्रिया से डीबीटी कार्य बाधित है, जबकि जन्म प्रमाण पत्र के लिए विद्यालय स्तर पर सारी औपचारिकता पूर्ण कर सबंधित बीआरसी पर तीन महीने पहले ही प्राप्त करा दिया गया है। शिक्षक नेताओं ने आगाह किया कि शिक्षकों पर अनर्गल गैर शैक्षणिक कार्य थोपने, आए दिन अपमानित करने का कृत्य किया जाएगा तो शिक्षक विभागीय गूगल मीट व अन्य ऑनलाइन सूचनाओं का संज्ञान कदापि नहीं लेंगे, जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी विभाग की होगी।
जिला मंत्री डा. शैलेन्द्र विक्रम सिंह ने कहाकि शिक्षक मानवीय आधार पर डीबीटी जैसे कार्य को पूरे तन्मयता से अपने निजी संसाधन से कर रहा हैं, उसके बाद भी जिला बेसिक शिक्षाधिकारी का यह रवैया खेदजनक है। अगर बिना शर्त वेतन आहरण पर लगे रोक को समाप्त कर सामान्य स्थिति बहाल नहीं की गई तो संगठन आन्दोलन के लिए बाध्य होगा।उन्होंने कहा कि विभागीय आदेश के बाद सफाईकर्मियों द्वारा जनपद के अधिकांश विद्यालयों में सफाई कार्य नहीं किया जा रहा है। संगठन द्वारा लिखित व मौखिक रुप से जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को बार-बार अवगत कराने के बाद भी कोई कार्यवाही न होने से विद्यालयों में सफाई व्यवस्था चरमरा गई है, समय रहते इसका समाधान नहीं किया गया तो किसी भी विपरीत स्थिति के लिए शिक्षक जिम्मेदार नहीं होगा।