चलती ट्रेन में लूटपाट, विरोध करने पर लड़की को बाहर फेंका, मौत
भागलपुर।
तहलका 24×7
बिहार के भागलपुर में ट्रेन में लड़की से लूटपाट हुई। लूटपाट का विरोध करने पर लड़की को चलती ट्रेन से ही उठाकर बाहर फेंक दिया गया। जिसे इलाज के लिए भागलपुर मायागंज अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन उसकी मौत हो गई।घटना के बारे में बताया जा रहा है कि मालदा डिवीजन के साहेबगंज भागलपुर रेलखंड के बीच मंगलवार की सुबह अप कामख्या धाम एक्सप्रेस ट्रेन में बदमाशों ने लूटपाट की। विरोध कर रही एक लड़की को चलती ट्रेन से बाहर फेंक दिया।

यह घटना सबौर रेलवे स्टेशन के पास हुई। मृतका की पहचान खगड़िया निवासी सुनील कुमार की पुत्री काजल कुमारी के रूप में हुई है। काजल अपने परिवार के साथ एक शादी समारोह में शामिल होने जा रही थी, इस बीच सबौर रेलवे स्टेशन के निकट बदमाशों ने घटना को अंजाम दिया।मिली जानकारी के अनुसार जैसे ही ट्रेन सबौर स्टेशन के पास पहुंची, उसी समय दो बदमाशों ने काजल के बैग से मोबाइल और पैसे छीनने की कोशिश की। काजल ने इसका विरोध किया तो बदमाशों ने उसे चलती ट्रेन से ही बाहर धक्का दे दिया।

जिससे काजल ट्रेन से बाहर रेल पटरी पर गिर गयी। आनन-फानन में काजल के परिजनों द्वारा चेन पुलिंग कर ट्रेन को रोका गया। इसके बाद काजल करीब 15 मिनट तक सबौर स्टेशन के पास घायल अवस्था में तड़पती रही। परिवार वालों ने आरोप लगाया कि आरपीएफ व जीआरपी के जवानों ने कोई मदद नहीं की। परिजन किसी तरह जख्मी काजल को ऑटो में बैठाकर मायागंज अस्पताल ले गए, लेकिन इलाज के दौरान मौत हो गयी।घटना को लेकर पूरी तरह से टूट चुकी काजल की छोटी बहन जया ने बदमाशों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।

उन्होंने दोषी रेल पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई की मांग की। साथ ही सरकार से न्याय की गुहार लगाई है। घटना से परिजनों के बीच मातम छा गया है। परिजनों ने रेलवे प्रशासन पर घोर लापरवाही का आरोप लगाया। परिजनों ने बताया कि काजल परिवार की उम्मीद थी, लेकिन रेलवे की खराब सुरक्षा व्यवस्था ने सबकुछ बर्बाद कर दिया। वहीं रेल प्रशासन ने कहा कि घटना चलती ट्रेन में हुई है, जिसको लेकर जीआरपी, आरपीएफ और ट्रेन में मौजूद गार्ड से जानकारी ली जा रही है। इसके बाद घटना में शामिल बदमाशों के खिलाफ छापेमारी की जाएगी। जो भी दोषी अधिकारी होंगे, उसके ऊपर कार्रवाई की जाएगी। सबसे बड़ा सवाल यह है कि ट्रेन में आरपीएफ जवान की मौजूदगी के बावजूद कैसे बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया।साथ ही परिवार वाले जो आरोप लगा रहे हैं कि काजल को कोई मदद नहीं मिली इसमें कितनी सच्चाई है?