नीतीश कुमार का इकबाल खत्म : तेजस्वी यादव
# दो एएसआई की हत्या से सुशासन पर सवाल, जंगल और महाजंगल राज पर राजनीति शुरू
पटना।
तहलका 24×7
हालिया दिनों में बिहार में अपराध की घटनाएं बढ़ गईं हैं। पिछले कई दिनों से अपराधियों के निशाने पर पुलिसकर्मी भी आ गए हैं।दो एएसआई स्तर के अधिकारियों की हत्या कर दी गई है। पहले अररिया में एएसआई राजीव रंजन मल्ल की हत्या हुई, फिर मुंगेर के नंदलालपुरा में एएसआई संतोष कुमार की हत्या कर दी गई।भागलपुर और मधुबनी में पुलिस टीम पर हमला हुआ। इसको लेकर बिहार में सियासत शुरू हो गई है। कानून-व्यवस्था पर विपक्ष ने गंभीर सवाल उठाए हैं।
प्रतिपक्ष के तेजस्वी यादव लगातार बिहार में हो रही आपराधिक घटना को लेकर सरकार के इकबाल पर सवाल उठा रहे हैं।

उनका कहना है कि बिहार में अब लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति इतनी खराब हो गई है कि सरकार इसे संभाल नहीं पा रही है। बिहार में हो रही आपराधिक घटनाओं को लेकर तेजस्वी पिछले कुछ दिनों से क्राइम बुलेटिन भी जारी करते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सूबे में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं रह गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अचेता अवस्था में चले गए हैं। गृह मंत्रालय उन्हीं के पास है। यही कारण है कि बिहार में कानून व्यवस्था नाम की अब कोई चीज नहीं रह गई है।मधुबनी के खुटौना थानान्तर्गत परसाही गांव में जमीनी विवाद के कारण हिंसक झड़प हो गई।

जब पुलिस वहां गई तो लोगों ने पुलिस बल के साथ ही धक्का-मुक्की कर दी।घटना में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए, जबकि एक पुलिस अधिकारी का सर फट गया। होली के दिन भागलपुर के कहलगांव के अंतीचक थाना क्षेत्र के कासड़ी गांव में कुछ बच्चों के बीच किसी बात पर विवाद हो गया। पुलिस को इसकी सूचना मिली। मौके पर पहुंचकर पुलिस ने मामले को शांत करने का प्रयास किया, लेकिन स्थानीय लोगों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया। हमले में एक एएसआई समेत तीन सिपाही घायल हो गए। मुंगेर के नंदलालपुरा इलाके में आपसी विवाद की सूचना पर पहुंची पुलिस टीम के साथ विवाद हुआ।

अपराधियों ने धारदार हथियार से एएसआई संतोष कुमार पर हमला कर दिया, हमले में वह गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें इलाज के लिए पटना रेफर करना पड़ा, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।हत्या के बाद पुलिस ने एक आरोपी गुड्डू यादव को गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के बाद गुड्डू पुलिस हिरासत से भागने का प्रयास कर रहा था, जिसमें पुलिस को एनकाउंटर करना पड़ा। जिसमें गुड्डू को गोली लगी और वह घायल हो गया। चार दिन पहले अररिया में भी एक एएसआई पर हमला किया गया।

राजीव रंजन मल्ल अररिया के लक्ष्मीपुर गांव में अपराधी को पकड़ने लिए पहुंचे थे, जहां अपराधी को बचाने के लिए ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया।अपराधियों के हाथापाई में राजीव को चोट लगी। वहीं पर राजीव बेहोश हो गए। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।आरजेडी प्रवक्ता एजाज अहमद का मानना है कि जिस तरीके से पुलिस अधिकारी की हत्या हो रही है, उससे अब सरकार से लोगों का विश्वास उठ गया है। शासन और प्रशासन के लोग चाह कर भी कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने में असमर्थ हो गए हैं। क्योंकि सत्ता में बैठे लोगों का ही अपराधियों को संरक्षण मिला हुआ है।

तेजस्वी यादव आंकड़ों के साथ सरकार को आईना दिखाने का काम कर रहे हैं। सरकार के पास इसका कोई जवाब नहीं होता, और भी लोग 2005 से पहले की बात उठाते रहते हैं। 2025 के आंकड़ों से यह साबित हो गया है कि बिहार में जंगल राज नहीं महाजंगल राज चल रहा है।महाजंगलराज वाले आरोप पर पलटवार करते हुए जेडीयू प्रवक्ता अभिषेक झा का कहना है कि नीतीश कुमार ने जब से सत्ता की बागडोर संभाली है, कानून के राज की स्थापना की है। क्राइम और क्रिमिनल के साथ नो कॉम्प्रोमाइज की नीति को अपनाया है। जिन लोगों ने बिहार में जंगलराज की स्थापना की और जिनके लिए अपराधियों का पोषण सबसे बड़ा एजेंडा रहा है, वह आज सवाल उठा रहे हैं।

दुनिया में कोई भी ऐसा कोना नहीं है, जहां आपराधिक घटना नहीं होती है। अपराधिक घटना दुर्भाग्यपूर्ण होती है लेकिन सरकार की मंशा पर सवाल उठाना भी दुर्भाग्यपूर्ण है। चाहे वह अररिया की घटना हो मुंगेर की घटना हो या भागलपुर की घटना। घटना के बाद कड़ी कार्रवाई की गई है, लोगों की गिरफ्तारी भी हुई है। वहीं, बीजेपी ने आरजेडी के ‘जंगलराज’ की याद दिलाई है। बीजेपी प्रवक्ता मनीष पांडेय ने कहा कि आरजेडी के शासनकाल में जिन गुंडों का मन बढ़ गया था, आज वही फिर अपराध को बढ़ावा दे रहे हैं।

आज ऐसे ही लोगों के माध्यम से अपराध हो रहा है। तेजस्वी यादव को ऐसे अपराधियों से अपील करना चाहिए कि अब चुनाव का समय नजदीक आ गया है, ऐसे में यदि वे लोग पुलिस पर हमला करेंगे तो आरजेडी की कैसी छवि रह जाएगी बिहार के जनता के बीच में आरजेडी को अपनी गिरेबान में झांकना चाहिए। कौन लोग हैं जो अपराध को बढ़ावा दे रहे हैं और पुलिस पर हमले कर रहे हैं। ये लोग सरकार को बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं।