पहलगाम हमले पर रॉबर्ट वाड्रा की टिप्पणी से खड़ा हुआ विवाद, भाजपा ने माफी मांगने को कहा
नई दिल्ली।
तहलका 24×7
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के पति व व्यवसायी रॉबर्ट वाड्रा ने बुधवार को पहलगाम आतंकी हमले पर टिप्पणी करते हुए कहा कि आतंकवादियों को लगता है कि देश में मुसलमानों के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है, इसलिए उन्होंने पहलगाम में नाम पूछकर गैर-मुस्लिमों पर हमला किया। वाड्रा ने अपने इस बयान से नया विवाद खड़ा कर दिया। भाजपा ने उनके इस बयान का विरोध करते हुए उन पर आतंकवादियों की भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। साथ ही उनसे माफी की मांग की।

वाड्रा ने पहलगाम हमले की निंदा करते हुए कहा कि जब भी सांप्रदायिक मुद्दे होते हैं और लोग असुरक्षित महसूस करते हैं, तो देश में विभाजन होता है और पड़ोसी देशों को इसका फायदा मिलता है। उन्होंने कहा कि राजनीति और धर्म को अलग करने का समय आ गया है और राजनीतिक दलों को आत्मचिंतन करना चाहिए। उन्होंने कहा जब यह आतंकवादी घटना हुई, तो आतंकवादी पहचान पत्र देख रहे थे, गैर-मुस्लिम लोगों पर हमला किया और प्रधानमंत्री को संदेश दिए गए, ऐसा क्यों हो रहा है? क्योंकि, उन्हें लग रहा है कि हमारे देश में मुसलमानों के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है।

हालांकि, वाड्रा ने स्पष्ट किया कि यह उनकी निजी राय है। वह कांग्रेस पार्टी या अपने परिवार की ओर से नहीं बोल रहे हैं।उन्होंने कहा जैसा कि कहा जाता है कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता है, लेकिन मुझे लगता है कि जब भी किसी देश में सांप्रदायिक मुद्दे होते हैं, तो लोग असुरक्षित महसूस करते हैं। एक विभाजन होता है और हम अपने देश में ऐसा देखते हैं। मैं देखता हूं अल्पसंख्यकों को दरकिनार किया जाता है। जब वे प्रार्थना करते हैं, तो उन्हें अपनी छतों पर ऐसा करने की अनुमति नहीं होती है।

अगर वे शुक्रवार को बड़ी संख्या में प्रार्थना कर रहे होते हैं और सड़क पर कोई आ जाता है, तो उन्हें रोक दिया जाता है। मस्जिदों का सर्वेक्षण किया जाता है।वाड्रा ने ये भी कहा कि जब उन्होंने पिछली बार अल्पसंख्यकों के लिए बात की थी, तो उन्हें प्रवर्तन निदेशालय ने तलब किया था, लेकिन जब भी कुछ गलत होता है तो वह अपनी आवाज उठाते रहेंगे।उन्होंने सवाल किया कि ऐसा क्यों है कि एक धर्म सड़कों पर अपने भगवान और विश्वास का जश्न मना सकता है और हम सभी को उनका पालन करना पड़ता है और जब मुसलमान अपने भगवान के लिए प्रार्थना करते हैं, तो उन्हें रोक दिया जाता है?

वाड्रा ने कहा अगर हम एकजुट नहीं हुए तो हम असुरक्षित हो जाएंगे और कोई भी सीमावर्ती देश इसका फायदा उठाएगा। अब समय आ गया है कि हम एकजुट हों और हमें राजनीति और धर्म को अलग करना होगा। धर्म आधारित राजनीति हमेशा विभाजन और अलगाव का कारण बनेगी और कोई प्रगति नहीं होगी।राजनीतिक दलों को आत्मचिंतन करने की जरूरत है। जब मैं यह कहता हूं तो ये मेरे विचार हैं और ये कांग्रेस पार्टी या मेरे परिवार के विचार नहीं हैं।भाजपा ने वाड्रा के बयान की निंदा करते हुए कहा कि वह आतंकियों की बर्बर हरकतों को उचित ठहरा रहे हैं।

भाजपा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या उसका यह दावा कि वह इस मुद्दे पर सरकार के साथ है, दोहरे मानदंडों के अलावा कुछ नहीं है।भाजपा ने वाड्रा पर इस मुद्दे पर राजनीति करने का आरोप लगाया। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता नलिन कोहली ने कहा रॉबर्ट वाड्रा की टिप्पणी पूरी तरह से निंदनीय है। यह वही भाषा है जिसका इस्तेमाल आतंकवादी हमेशा अपने आतंकवाद को सही ठहराने के लिए करते हैं।वाड्रा की टिप्पणी से यह स्पष्ट है कि वह ऐसे बर्बर आतंकवादी हमले पर राजनीति करना चाहते हैं, जबकि पूरा देश इसके खिलाफ एकजुट है।