पैमाइश के नाम पर घूस लेते धराया लेखपाल
गाजीपुर।
तहलका 24×7
नाली व चकमार्ग की पैमाइश करने के नाम पर पांच हजार रुपये रिश्वत लेते कासिमाबाद तहसील के एक लेखपाल को एंटी करप्शन वाराणसी की टीम ने रंगेहाथ दबोच लिया। आरोपित को टीम के लोगों ने बल पूर्वक अपने वाहन में बैठाया और सीधे शहर कोतवाली ले गए। जहां एंटी करप्शन की ओर से कागजी कार्रवाई पूरी की गई।उधर लेखपाल को निर्दोष साबित करने के लिए दर्जनों की संख्या में लोग कोतवाली में धमक पड़े।
उनका कहना था कि लेखपाल ने कोई रिश्वत नहीं ली है। फर्जी तरीके से उसे फंसाया जा रहा है। शिकायतकर्ता चंद्रजीत यादव पुत्र विंध्याचल यादव निवासी पिपनार थाना मरदह के अनुसार उसके नाली और चकमार्ग की पैमाइश करने के नाम पर कासिमाबाद तहसील के लेखपाल श्याम सुंदर पुत्र अनिल कुमार निवासी बेलासी थाना करंडा द्वारा 5 हजार रुपये रिश्वत की डिमांड की गई।चंद्रजीत ने यह शिकायत एंटी करप्शन वाराणसी आफिस में की थी। इसलिए वहां की टीम ने जांच पड़ताल करना शुरु कर दिया।
टीम के लोगों ने ओम इंटरनेशन स्कूल के पास तिराहे के समीप से लेखपाल श्याम संदुर को रिश्वते के रुपये लेते वक्त रंगेहाथ दबोच लिया। पहले तो लेखपाल ने बलपूर्वक टीम के चंगुल से बचने का प्रयास किया, लेकिन टीम के लोगों ने उसे पकड़कर अपने वाहन में बैठा दिया और सीधे शहर कोतवाली लेकर पहुंचे। जहां लेखपाल के पक्ष में दर्जनों की संख्या में लोग पहुंच गये। कोतवाली पहुंचे ग्रामीणों का कहना था कि लेखपाल को फर्जी मुकदमे में फंसाया जा रहा है। उसने न तो किसी से रिश्वत मांगी और न ही किसी से रिश्वत ली है। सच्चाई जो भी, लेकिन टीम के लोगों ने कागजी कार्रवाई पूरी कर दी है।