बंगाल में वक्फ एक्ट लागू करने का सवाल ही नहीं
# मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अल्पसंख्यकों को दिया भरोसा
कोलकाता।
तहलका 24×7
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मुर्शिदाबाद के अल्पसंख्यकों को भरोसा दिलाया है कि यहां वक्फ (संशोधन) अधिनियम लागू नहीं किया जाएगा।सुती की एक जनसभा में जिले के लोगों को संबोधित करते हुए बनर्जी ने कहा, अगर कोई आपके अधिकार छीनता है, तो हम उनकी रक्षा की गारंटी देते हैं।इस संदर्भ में मुख्यमंत्री ने सिटिजन अमेंडमेंट एक्ट (CAA) और एनआरसी के खिलाफ अपनी पार्टी के आंदोलन की याद दिलाई।

उन्होंने अपील की, शांति बनाए रखें, उकसावे में न आएं, साथ ही उन्होंने राजनीतिक उकसावे और कट्टरपंथी उकसावे के खिलाफ चेतावनी भी दी। मंच से मुर्शिदाबाद के ऐतिहासिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए मुख्यमंत्री ने कहा मुर्शिदाबाद कभी देश की राजधानी हुआ करता था। यह जिला हमेशा से शांति का प्रतीक रहा है।वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ हुई हिंसा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यह एक लंबित मामला है। बंगाल में इसको लेकर कोई सवाल नहीं है।अगर आपको विरोध करना है तो दिल्ली चले जाइए। यहां इस पर हंगामा मत कीजिए।

अगर आप ऐसा करेंगे तो मैं सबसे बड़ी दुश्मन बन जाऊंगी। 1992 में बाबरी मस्जिद के विध्वंस का जिक्र करते हुए ममता ने याद दिलाया कि उस समय भले ही पूरे बंगाल में तनाव था, लेकिन मुर्शिदाबाद शांत रहा। यहां के लोगों ने दंगे नहीं होने दिए। मैं उस समय कटरा मस्जिद गई थी। वाम मोर्चे के शासन के दौरान भी 40 लोग मारे गए थे। वह दृश्य आज भी मेरी आंखों में ताजा है।लोगों के बीच विभाजन पैदा करने की कोशिशों का विरोध करते हुए बनर्जी ने अपनी बात को बेबाकी से रखा।बनर्जी ने कहा मुझे मार दो, लेकिन दंगा मत करो। मुझे अंधकार नहीं, रोशनी चाहिए। धर्म का मतलब मानवता, भक्ति, संस्कृति और सद्भाव है।

आप यह नहीं बता सकते कि किसका खून बह रहा है, यह लोगों की जान बचाता है, जान नहीं लेता। उन्होंने भाजपा को कड़ी चेतावनी भी दी। कहा धार्मिक संगठनों या कट्टरपंथियों की बातों से गुमराह न हों। भाजपा लोगों को बांटना चाहती है। मैं आपसे अनुरोध करती हूं कि इस जाल में न फंसें। दंगे लोग नहीं करते, बल्कि करवाए जाते हैं। दंगाई योजनाबद्ध तरीके से बाहर से लाए जाते हैं। सभी धर्मों के प्रति सम्मान और प्रेम व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा जैसे मैं दुर्गा पूजा मनाती हूं, वैसे ही ईद, रमजान, बुद्ध पूर्णिमा या जैन त्योहारों में भी भाग लेती हूं।

बंगाल त्योहारों से भरा राज्य है, यहां सभी धर्म और लोग रहते हैं। हिंदू, मुस्लिम, ईसाई और सिख सभी भाई-बहन हैं। मुख्यमंत्री ने कश्मीर में शहीद हुए मुर्शिदाबाद के जवान झंटू अली शेख के परिवार से मुलाकात की और उनकी पत्नी को सरकारी नौकरी देने का वादा किया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने दूसरे राज्यों में बंगाली भाषी प्रवासी श्रमिकों पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ भी अपनी बात रखी। कहा अगर दंगा हुआ तो मैं वहां नहीं रहूंगी, मैं लोगों के साथ रहना चाहती हूं, मैं लोगों के चरणों में रहना चाहती हूं, मैं दिल में रहना चाहती हूं, दिमाग में नहीं।