# “रूस में आयोजित खेल में सहभागिता के लिए धनाभाव बन रहा रोड़ा” खबर का हुआ सुखद असर
मछलीशहर। दीपक श्रीवास्तव तहलका 24×7 एक दिन पहले तक परेशान दिख रही ग्रेपलिंग कुश्ती की खिलाड़ी नम्रता यादव (22) अब खुश है। गोल्ड मेडल लाने का सपना संजोए वह अभ्यास के दौरान जमकर पसीना बहा रही है, क्योंकि उसके सामने धनाभाव का संकट खत्म हो गया है। इसके लिए तहलका 24×7 का आभार जताते हुए उसने कहा कि “थैंक्यू तहलका, अब मैं रूस में भारत के लिए पूरी दमदारी से खेलूंगी और देश के लिए गोल्ड मेडल लाकर दिखाऊंगी”।
रूस में 19 से 23 मई तक ग्रेपलिंग कुश्ती प्रतियोगिता होनी है। जिसमें विश्व के 74 देशों की टीमें भाग ले रही हैं। इसमें भारत से विभिन्न वर्ग के 15 खिलाड़ी हिस्सा लेंगे, जिसमें महिला 53 किलो भार वर्ग में नम्रता यादव इकलौती खिलाड़ी हैं। मछलीशहर तहसील क्षेत्र के बरईपार स्थित नेवढ़िया गांव में अपने मामा के घर रहने वाली नम्रता के पिता की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी, तब वह तीन साल की थी। आर्थिक तंगी से लड़ते हुए पढ़ाई के साथ नम्रता ग्रेपलिंग कुश्ती में नाम कमा रही है। रूस जाने वाले दल में उनका चयन तो हो गया पर धनाभाव का संकट खड़ा था, क्योंकि रूस में एक दिन का रहने और खाने का खर्च 15 हजार रुपये होगा। इसकी जानकारी उसे आयोजन समिति से मिल चुकी थी। ऐसे में वह ठीक से अभ्यास तक नहीं कर पा रही है। इसकी जानकारी होने पर तहलका 24×7 ने 28 अप्रैल के अंक में “रूस में आयोजित खेल में सहभागिता के लिए धनाभाव बन रहा रोड़ा” नाक शीर्षक से एक खबर प्रकाशित की थी इसके बाद लोग उसकी मदद में खुल कर आगे आए। नम्रता के कोच मनोज कुमार यादव ने बताया कि हमें जितने धन की जरूरत थी, उससे ज्यादा की लोगों ने मदद की।
वहीं सपा से मछलीशहर विधायक डा. रागिनी सोनकर ने भी फोन कर डीएम के स्तर से मदद दिलाने का आश्वासन दिया। ऐसे में नम्रता का हौसला बढ़ा है। उन्होंने एक वीडियो जारी कर कहा कि पहले मैं नर्वस थी, लेकिन अब सब कुछ ठीक हो गया, मैं देश के लिए गोल्ड मेडल लाऊंगी। वहीं, नम्रता के कोच ने कहा कि हम पहले बहुत तनाव में थे, लेकिन सब कुछ ठीक हो गया। हमें डेढ़ लाख रुपये की जरूरत थी, लेकिन लोगों ने उससे ज्यादा दे दिया है और लोग भी देना चाह रहे हैं, लेकिन, अब जरूरत नहीं हैं, क्योंकि समस्या का समाधान हो गया है। तहलका 24×7 सहित सभी को सहयोग के लिए दिल से धन्यवाद…