श्री कृष्ण-रुक्मणी विवाह की कथा सुन झूमे लोग
सुइथाकला, जौनपुर।
राजेश चौबे
तहलका 24×7
क्षेत्र के पिपरौल गांव में विगत पांच दिनों से चल रही श्रीमद्भागवत कथा के छठे दिन शुक्रवार को कथाकार मनोज अवस्थी महराज के श्री कृष्ण रुक्मिणी विवाह के प्रसंग पर मानो कथा स्थल वैवाहिक स्थल का रुप धारण कर लिया हो। कथा स्थल पर भगवान श्री कृष्ण रुक्मिणी विवाह की झांकी ने उपस्थित जनसमूह को मन्त्रमुग्ध कर दिया।

कथा से पूर्व विधि विधान से मुख्य यजमान द्वारा भागवत पुराण और व्यास गद्दी का पूजन अर्चन और आरती की गई। तत्पश्चात कथाकार महराज ने पांचवें दिन की कथा को आगे बढ़ाते इन्द्र के क्रोध मर्दन के प्रसंग के दौरान भगवान द्वारा गोवर्धन पर्वत की पूजा कर प्रकृति रक्षा का संदेश दिया गया। इस तरह कथाकार ने कथा के माध्यम से लोगों को पर्यावरण संरक्षण का पाठ पढ़ाया।

तमाम प्रसंगों पर कथा सुनाते हुए उन्होंने श्री कृष्ण रुक्मिणी विवाह की कथा के महात्म्य के क्रम में बताया कि इसके श्रवणमात्र से ही वैवाहिक जीवन बाधामुक्त होकर सुखद और मंगलकारी हो जाता है। झांकी के दौरान श्री कृष्ण व रूक्मिणी की भूमिका निभा रही आयोजक मण्डल के घर की बेटियां शालिनी मिश्रा और छोटी मिश्रा प्रशंसा की पात्र बन गई। कथा का समापन आरती और प्रसाद वितरण के साथ हुआ।

तत्पश्चात आयोजक मण्डल के कपिल देव मिश्र, अमित मिश्र, रमेश चंद्र मिश्र व जय प्रकाश मिश्र ने सभी आगन्तुकों के प्रति आभार जताया। इस दौरान ओमप्रकाश मिश्र, डा. आलोक सिंह पालीवाल, रामजश यादव, संतोष दीक्षित, बृजेश शुक्ल समेत तमाम लोग मौजूद रहे।