अंधाधुंध फायरिंग से दहला अमेरिका
# लेविस्टन में 22 की मौत 50 से अधिक लोग घायल
स्पेशल डेस्क
तहलका 24×7
अमेरिका में गोलीबारी की भीषण घटनाओं पर कब लगाम लगेगा? आए दिन हो रही हृदय विदारक घटनाओं से दहशत का माहौल है। ताजा मामला लेविस्टन से आया है। यहां हुई फायरिंग में 22 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 50-60 लोग घायल हुए हैं। भीषण फायरिंग एक ही व्यक्तिने किया जिसकी उम्र लगभग 40 साल बताई जा रही है।
अंधाधुंध फायरिंग से अमेरिका एक बार फिर दहल उठा है। अमेरिका में गोलीबारी की यह कोई पहली घटना नहीं है। यहां आए दिन इस तरह की घटनाएं होती रहती हैं। आरोपी की पहचान 40 साल के रोबर्ट कार्ड के रूप में हुई है। कार्ड एक प्रशिक्षित फायरआर्म्स प्रशिक्षक है। वो अमेरिकी आर्मी रिजर्व का सदस्य भी है।
मई 2022 के बाद अमेरिका में यह गोलीबारी की सबसे बड़ी घटना है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने घटना पर खेद जताया। पिछले साल मई में टेक्सास के एलिमेंटरी स्कूल में हुई गोलीबारी की घटना में 21 लोगों की मौत हो गई थी। जिसमें 19 बच्चे और दो टीचर शामिल थे। लेविस्टन की इस घटना को वहां के लोग नरसंहार बता रहे हैं।उनका कहना है कि यह सिर्फ गोलीबारी नहीं है, यह एक नरसंहार है।
मेन स्टेट पुलिस ने ट्वीट कर बताया कि लेविस्टन में एक एक्टिव शूटर है। हमने लोगों से जगह-जगह शरण लेने के लिए कहा है। कृपया दरवाजे बंद करके अपने घर के अंदर ही रहें। कई स्थानों पर जांच की जा रही है। यदि आपको कोई संदिग्ध गतिविधि या व्यक्ति दिखाई दे तो तत्काल सूचना दें। हम अपडेट जारी रखेंगे।
अमेरिका में गन कंट्रोल कानून बनने के बाद भी आए दिन गोलीबारी की घटनाएं सामने आती रहती हैं। कहीं भी फायरिंग कर दी जाती हैं। राह चलते किसी को मार दिया जाता है। दुनिया के सबसे ताकतवर मुल्क में इस तरह की घटनाएं आम हो गई हैं। सवाल ये है कि बाइडेन सरकार इस पर लगाम क्यों नहीं लगा पा रही है? पिछले साल अमेरिका में गोलीबारी की 600 से ज्यादा घटनाएं हुई थीं।