अभिनेता सलमान के घर फायरिंग करने वाले गुजरात से गिरफ्तार
# मुंबई और गुजरात की भुज पुलिस ने 36 घंटे के भीतर दोनों आरोपियों को खोज निकाला
मुंबई।
तहलका 24×7
भारतीय फिल्म उद्योग में अपना सिक्का जमाने वाले अभिनेता सलमान खान के घर फायरिंग करने के दोनों आरोपियों को मुंबई की क्राइम ब्रांच टीम ने गुजरात प्रांत के भुज से गिरफ्तार किया। दोनों को मुंबई लाने की प्रक्रिया चल रही है। आरोपी बिहार प्रांत के पश्चिमी चंपारण निवासी बताए जाते हैं। आरोपियों की पहचान सागर पाल और विक्की गुप्ता है के रुप में हुई। पूछताछ में सागर ने अभिनेता के घर पर फायरिंग की बात स्वीकार की।
भुज पुलिस ने एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि पश्चिम कच्छ पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने 14 अप्रैल को अभिनेता सलमान खान के आवास के बाहर गोलीबारी की थी। वहीं मुंबई पुलिस की जांच में सलमान के घर पर फायरिंग की साजिश पहले से बनी थी। दोनों हमलावर एक माह से पनवेल स्थित राधाकृष्ण अपार्टमेंट हरिग्राम में एक फ्लैट किराए पर ले रखे थे। यहीं से सलमान के गैलेक्सी अपार्टमेंट की चार बार रेकी की थी।
आरोपी विक्की और सागर बाइक से रविवार की तड़के बांद्रा स्थित गैलेक्सी अपार्टमेंट के सामने पहुंचे। कुछ सेकेंड रुके और फायरिंग करते हुए भाग निकले। घटना में इस्तेमाल की गई पुरानी बाइक रायगढ़ से खरीदी गई थी। पुलिस के अनुसार घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी ब्रांदा स्थित माउंट मैरी चर्च पहुंचे, बाइक यहां छोड़ दी फिर कुछ दूर पैदल निकले। आरोपियों ने बांद्रा रेलवे स्टेशन के लिए एक ऑटोरिक्शा लिया। दोनों आरोपी बोरीवली जाने वाली ट्रेन में सवार होकर सांताक्रूज स्टेशन पर उतरे। पुलिस ये जानकारियां जांच के दौरान सीसी टीवी फुटेज से मिली। अब पुलिस इसके आगे की फुटेज को खंगालने और घटना की सारी कड़ियों को जोड़ने में जुटी है।
पुलिस को मिली मोबाइल लोकेशन से पता चला कि आरोपियों ने सांताक्रूज से गुजरात के लिए ट्रेन पकड़ी और मुंबई से गुजरात प्रांत स्थित भुज के कच्छ पहुंचकर लापता हो गए। मुंबई पुलिस और क्राइम ब्रांच टीम के सम्पर्क में आई पश्चिमी कच्छ क्राइम ब्रांच ने घटना की गंभीरता को देखते हुए तत्काल दबिश दी, और विक्की व सागर को दबोच लिया।
पुलिस को गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई पर फायरिंग करवाने का शक जा रहा था, वो इस समय गुजरात के ही साबरमती सेंट्रल जेल में बंद है। हालांकि, आरोपियों के गुजरात पहुंचने और लॉरेंस के साबरमती जेल में होने का कोई कनेक्शन अब तक सामने नहीं आया।