कानपुर : बाइक की आवाज से पकड़े गये लूट व हत्याकांड के चार बदमाश
# बुजुर्ग दम्पति की हत्याकांड का मास्टरमाइंड रिश्ते में नाती आरोपी अभी फरार
कानपुर।
आर एस वर्मा
तहलका 24×7
कानपुर पुलिस ने बाइक की आवाज के क्लू से हत्या और डकैती करने वाले चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं वारदात का मास्टरमाइंड अभी भी फरार है। दरअसल, एक हफ्ते पहले एक घर में बुजुर्ग दंपति की हत्या करके डकैती की वारदात हुई थी। इस मामले की जांच में पता चला कि हिमांशु नाम का एक आरोपी मृतक बुजुर्ग दंपति का रिश्ते में नाती लगता है।हिमांशु ने ही अपने चार साथियों के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया था।
कानपुर पुलिस ने बताया कि ककवन इलाके में 13 जनवरी की रात ग्राम पंचायत सदस्य राजकुमार के घर में डकैती हुई थी। इस दौरान डकैतों ने बुजुर्ग इमरती देवी और छम्मीलाल की हत्या कर दी थी। इसके बाद बदमाश घर से दस लाख के जेवर लेकर फरार हो गए थे। परिजनों ने पुलिस में डकैती और हत्या का मामला दर्ज कराया था।इसके बाद कानपुर पुलिस की कई टीमें इस हत्याकांड और डकैती करने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी की कोशिश कर रही थी।
पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि बुजुर्ग दंपति के रिश्ते में नाती लगने वाला हिमांशु अक्सर उनके यहां आया करता था। घटना वाली रात हिमांशु अपने चार साथियों के साथ उनके घर पहुंचा। इस दौरान घर की बहू अपने बच्चों के साथ पहली मंजिल पर सो रही थी। बुजुर्ग दंपति ग्राउंड फ्लोर पर लेटे हुए थे। हिमांशु ने नाना-नाना कहकर आवाज दी और दरवाजा खुलवाया। घर में घुसने के बाद हिमांशु ने नाना को बताया कि उसे और उसके चार दोस्तों को बारात में जाना था।
मगर, लेट हो गया, इसलिए आज यहीं सो जाएंगे. इसके बाद बुजुर्ग दंपति ने बिस्तर बिछाया और उन्हें सोने के लिए जगह दे दी। आधी रात होने के बाद इन पांचों ने मिलकर पहले बुजुर्ग पति-पत्नी की हत्या कर दी फिर ऊपर कमरे में जाकर उसकी बहू को धमकाकर घर का सारा जेवर लूटकर फरार हो गए। पुलिस ने बताया कि बुजुर्गों को इन लोगों ने इसलिए मार डाला, क्योंकि वे उनको पहचानते थे. वहीं, बहू के पास जाते समय इन्होंने अपने मुंह पर नकाब लगा लिए थे।
अगले दिन शनिवार को जब इस हत्या और डकैती की सूचना पुलिस को मिली, तो जिले में हड़कंप मच गया। वारदात के खुलासे के लिए खुद पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड ने कमान संभाली। उन्होंने आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की 6 टीमें लगाईं। पुलिस ने मृतक की बहू-बेटे रिश्तेदारों सहित कई लोगों से पूछताछ की. मगर, कोई सुराग नहीं मिला।
डीसीपी विजय ढुल ने जानकारी देते हुए बताया कि इसी दौरान हमें गांव के बुजुर्गों से पता चला कि रात 12 बजे दो बाइक की अलग तरह की आवाज सुनाई दी थी। फिर लगभग 4 घंटे बाद वैसे ही आवाज करती हुईं बाइक चली गईं थीं। पुलिस ने इस को आधार बनाकर जांच शुरू की। इसके बाद पुलिस को ककवन के एक इलाके में लोगों से बताई गई बाइक की आवाज जैसी दोनों बाइक मिल गईं। यहीं से आरोपियों की शिनाख्त हुई और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस ने हत्या और डकैती करने के मामले में अखिलेश, विवेक यादव, शिशु यादव ने में मुख्य आरोपी और मास्टरमाइंड हिमांशु अभी फरार है। पुलिस ने इनके पास से घर से लूटा गया जेवर और नगद पैसा भी बरामद कर लिया है। पकड़े गए आरोपियों का कहना है कि हत्या हिमांशु के कहने पर की गई थी।