भगोड़े कुशवाहा को मौर्य समाज का एक भी वोट नहीं मिलेगा : मनोरमा मौर्या
जौनपुर।
गुलाम साबिर
तहलका 24×7
सपा मुखिया पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जौनपुर सीट फतेह करने के लिए बसपा सरकार में चर्चित मंत्री रहे बाबू सिंह कुशवाहा को जौनपुर लोकसभा की विजय के लिए भेजा है। अखिलेश यादव ने यादव व मुस्लिम वर्ग के प्रत्याशी न उतारकर मौर्य बिरादरी पर दांव पर लगाया है, क्या भाजपा का परम्परागत वोट बैंक मौर्या समाज साईकिल को दिल्ली तक पहुंचायेगा।
बाबू सिंह कुशवाहा को टिकट मिलने के बाद मौर्या समाज समेत सभी वर्गो में अलग हलचल दिखाई पड़ रही है। नगर पालिका अध्यक्ष मनोरमा मौर्या व उनके पति वरिष्ठ भाजपा नेता राम सूरत मौर्या ने साफ कहा कि मौर्या समाज का एक वोट बाबू सिंह कुशवाहा को नही मिलेगा। नेता द्वय ने बाबू सिंह कुशवाहा को भगोड़ा बताते हुए कहा कि हम लोगों के नेता सूबे के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या हैं। उनके अलावा मौर्या समाज का कोई नेता नही है।
रामसूरत मौर्या ने कहा कि इस चुनाव में बाबू सिंह कुशवाहा की जमानत जब्त हो जायेगी। यहां से भाजपा प्रत्याशी कृपाशंकर सिंह भारी मतो से जीतकर सांसद बनेगें। भाजपा व सहयोगी दल चार सौ से अधिक सीटे जीतकर तीसरी बार नरेन्द्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बनेगें।
फिलहाल समाजवादी पार्टी और भाजपा ने बाहरी उम्मीदवारों पर भरोसा करके बहुजन समाज पार्टी को चुनावी गणित बिगाड़ने का मौका दे दिया है। भाजपा प्रत्याशी पर मुंबई से चुनाव लड़ने के लिए मैदान में पहुंचे अशोक सिंह कभी उनकी जाति तो कभी महाराष्ट्र में घोटाले का आरोपी बताकर पोल खोलने में लगे हुए हैं, वहीं समाजवादी पार्टी के मंथन से निकले प्रत्याशी बहुजन समाज पार्टी की सरकार में मंत्री रहते हुए एनआरएचएम घोटाले और दो मुख्य चिकित्साधिकारी की हत्या के आरोपी रहे हैं।