समय से आख्या न देने पर जौनपुर के डीआईओएस निलंबित
# किए गए शिक्षा निदेशालय प्रयागराज से संबद्ध
जौनपुर।
विश्व प्रकाश श्रीवास्तव
तहलका 24×7
उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ के आदेश का अनुपालन न हो पाने के आरोप में जौनपुर जिला विद्यालय निरीक्षक सूर्यभान को शासन ने निलंबित कर दिया है। उन्हें माध्यमिक शिक्षा निदेशालय प्रयागराज से संबद्ध किया गया है। यह कार्रवाई नगर पालिका इंटर कालेज जौनपुर के अवकाश प्राप्त सहायक अध्यापक स्व. रामप्रकाश के जीपीएफ सहित अन्य सेवानिवृत्त देयों के भुगतान के मामले में की गई।
विशेष सचिव आलोक कुमार ने छह नवंबर को जारी किए गए अपने आदेश में कहा है कि शिक्षक राम प्रकाश की पत्नी आशा देवी ने न्यायालय के आदेश का अनुपालन न किए जाने का अनुरोध पत्र के माध्यम से किया है। जिला विद्यालय निरीक्षक को मामले का नियमानुसार परीक्षण कर तय समय के अंतर्गत विधिक कार्रवाई करते हुए आख्या शासन को उपलब्ध कराने के लिए 26 अप्रैल, 26 जून व 18 अगस्त को आदेश दिया गया था, लेकिन उन्होंने समय से अंतर्गत आख्या उपलब्ध नहीं कराई। इससे मामले का निस्तारण नहीं हो पाया। इस मामले में आशा देवी बनाम दीपक कुमार सचिव माध्यमिक शिक्षा विभाग अवमानना याचिका दायर की गई। अवमानना याचिका की भी जिला विद्यालय निरीक्षक ने न तो जानकारी न दी, न ही आख्या प्रस्तुत किया। इसी आरोप में निलंबन की कार्रवाई की गई है।
वही इस मामले में मंगलवार को निलंबित जिला विद्यालय निरीक्षक सूर्यभान ने बताया कि
सहायक अध्यापक के जीपीएफ सहित अन्य देयकों का मामले कई साल पहले का है। इस मामले में उच्चाधिकारियों को कार्रवाई करनी थी। तीन-चार दिन से मेरे निलंबन की चर्चा है, लेकिन अभी तक पत्र नहीं मिला है, जो आदेश होगा उसका अनुपालन किया जाएगा।
शासनस्तर से मांगी गई आख्या समय से उपलब्ध नहीं करा पाने पर विशेष सचिव ने डीआईओएस जौनपुर सूर्यभान को निलंबित कर दिया है। आरोप है कि प्रभावी पैरवी करने एवं आख्या उपलब्ध कराने के लिए शासनस्तर से चार बार पत्र जारी किए गए, लेकिन डीआईओएस ने समय से आख्या उपलब्ध नहीं कराई। इसके चलते मामले का निस्तारण समय से नहीं किया जा सका।