साक्षी हत्याकांड को लेकर अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद ने डीएम को सौंपा ज्ञापन
जौनपुर।
विश्व प्रकाश श्रीवास्तव
तहलका 24×7
भारत में एक महिला राष्ट्रपति होने के बाद भी दिल्ली में एक हिन्दू बेटी साक्षी की खुलेआम हत्या हो जाना यह प्रदर्शित करता है कि भारत में महिलाएं खतरे में है। प्यार के नाम पर मासूम हिंदू बहन, बेटियों की हो रही नृशंस हत्या के विरुद्ध केंद्रीय कानून बनाए जाने के सम्बंध में महामहिम महोदया को एक ज्ञापन अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद ने जिलाधिकारी को सौंपा।
अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद के जिलाध्यक्ष अजय पांडेय ने ज्ञापन के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति द्रौपती मुर्मू जी का ध्यानाकर्षित कराया गया कि भारत के अंदर कट्टरवादी इस्लामिक मानसिकता रखने वाले लोग अपना नाम बदलकर एवं धर्म छिपाकर मासूम हिंदू बहन, बेटियों को लव जिहाद (प्यार) के नाम पर बहलाते फुसलाते हैं और उसके बाद उनका धर्मांतरण करवाकर नारकीय जिंदगी जीने के लिए विवश करते हैं। हिंदू लड़की के द्वारा इस्लाम स्वीकार न करने पर उसकी बर्बरता पूर्ण मौत के घाट उतार दिया जाता है।
दिल्ली में साहिल नाम के इस्लामिक कट्टरपंथी व्यक्ति ने नाबालिग हिंदू बेटी साक्षी को सिर्फ इसलिए मौत के घाट उतार दिया क्योंकि उस हिंदू नाबालिग बेटी ने साहिल के जिहादपूर्ण प्रेम प्रस्ताव और उसके साथ शादी करने से मना कर दिया। हिंदू नाबालिग बेटी साक्षी के शरीर पर 40 से भी अधिक बार चाकू से हमला किया गया और फिर पत्थर से पीट-पीट कर मौत के घाट उतार दिया गया। जब साहिल की गिरफ्तारी हुई उस समय साहिल के हाथ में कलावा और गले में रुद्राक्ष की माला थी। इससे सिद्ध होता है कि आज भारत में बड़े स्तर पर हिंदू लडकियों को लव जिहादी षडयंत्र में फंसाकर, धर्मांतरण करके उन्हे मौत के मुह में धकेला जा रहा है। ये बर्बर कृत्य करने के लिए भारत के मदरसों और मस्जिदों में मुस्लिम युवाओं को प्लानिंग/ प्रवृत्ति रखने वालों को समाज में जीने का कोई अधिकार नहीं है। ऐसे बर्बर लोगों के खिलाफ संसद में सख्त कानून बनाए जाने की आवश्यकता है।
इसके लिए अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद जौनपुर की मांग है कि अपनी असली पहचान व धर्म छिपाकर हिंदू लड़कियों को लव जिहाद के तहत प्रेमजाल में फंसाने वाले कट्टरपंथी लोगों के खिलाफ संसद में कानून बने। जिसके तहत अपराध कारित करने वाले, ऐसे दरिंदों को फांसी की सजा मिले। नाबालिग हिंदू बेटी साक्षी को बर्बरता पूर्ण मौत के घाट उतारने वाले साहिल के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई कर फांसी की सजा दी जाए। जिहाद की शिक्षा देने वाले केंद्रों व व्यक्तियों की जांच कर पूर्णतः प्रतिबंध लगे। भारत में जेहाद जैसे शब्दों को ही खत्म किया जाए, और लव जिहाद करने वालों के लिए कानून बनाकर उसमें मृत्यु दण्ड का विधान बनाया जाए।
इस अवसर पर विवेक उपाध्याय जिला उपाध्यक्ष अहिप, पवन कुमार राय जिला महामंत्री, आजाद शुक्ला जिला मंत्री, रमेश कुमार मिश्रा विभाग उपाध्यक्ष, विवेक कुमार, राकेश श्रीवास्तव विभाग अध्यक्ष, सचिन श्रीवास्तव जिला उपाध्यक्ष, चंद्र प्रकाश तिवारी विभाग महामंत्री, डॉ वीरेंद्र सिंह विभाग कार्याध्यक्ष अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद, सुधांशु कुमार गौड़ जिला उपाध्यक्ष, अजय श्रीवास्तव जिला उपाध्यक्ष राष्ट्रीय बजरंग दल सहित विभाग जिला तहसील स्तर के पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।