सुल्तानपुर : ओझाई के चक्कर में कलियुगी मां ने दुधमुंहे बेटे की चढ़ाई बलि
गोसाईगंज।
ज़ेया अनवर
तहलका 24×7
कलेजे के टुकड़े को मारने के बाद मां घटनास्थल पर ही मनौती पूरी होने के लिए पूजा कर रही थी। ग्रामीणों की भीड़ जुटने के बाद उसका ध्यान भंग हुआ। मासूम की मौत से उसके दो भाई व एक बहन सन्न हैं। महिला के एक बेटे ने पुलिस को बताया कि झाड़फूंक करने वाला व्यक्ति तीन माह से घर पर आता था। वह चार माह के बच्चे को अशुभ बताते हुए घर में परेशानी की वजह करार दिया था। पुलिस मृत बच्चे के भाई से पूछताछ के बाद घर पर आने वाले कथित तांत्रिक की तलाश कर रही है।
धनऊडीह गुमवा निवासी शिवकुमार के चार बच्चों में बेटा प्रिंस (14), हिमांशु (11) और बेटी दिव्यांशी (8) के साथ चार माह का बेटा प्रीतम था। रविवार सुबह प्रीतम की हत्या की सूचना पर गांव पहुंचे पुलिस अधिकारियों की छानबीन में कई बातें सामने आईं। पुलिस पूछताछ में 11 वर्षीय हिमांशु ने बताया कि एक व्यक्ति तीन माह से झाड़फूंक करने घर पर आता था। वह प्रीतम को अशुभ बताता था। कहता था कि प्रीतम की वजह से घर में कलह और परेशानी बनी है। ग्रामीणों के साथ पुलिस का भी मानना है कि कथित तांत्रिक के बहकावे में आकर मंजू ने बलि के नाम पर दुधमुंहे बच्चे की जान ले ली।
ग्रामीणों से पूछताछ में यह भी बता चला कि इसके पहले मंजू ने अपने पति शिवकुमार पर भी हमला किया था। मंजू का एक बार इलाज भी चला था। मंजू के बड़े बेटे कथित तांत्रिक नाम व अन्य जानकारी नहीं दे सके। ग्रामीण भी कथित तांत्रिक के बारे में कोई जानकारी नहीं दे सके। यह जरूर बताया कि उसका मंजू के घर दो-तीन माह से अक्सर आना जाना था। पूछताछ के बाद पुलिस की टीमें कथित तांत्रिक की तलाश में लगी हैं।