जौनपुर : उत्तम अग्रहरि ने नुमा इंडिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराया अपना नाम
सुईथाकलां।
राजीव श्रीवास्तव
तहलका 24×7
सरपतहां थाना क्षेत्र के असैथा पट्टी गांव निवासी उत्तम अग्रहरि ने सूर्य नमस्कार करके नुमा इंडिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपने नाम एक और कृतिमान दर्ज कर लिया है। यह नुमा इंडिया योग कमेटी दमन-दीप द्वारा ऑनलाइन आयोजित किया गया था जिसमें भारत के अलग-अलग राज्य के 114 योग साधक प्रतिभाग किये।
उत्तम अग्रहरि को रामबाग कल्याण में स्थिति बाबूलाल डेरी और मिथिलेश मावा जलेबी शॉप ने प्रमोट करके यह विश्व कीर्तन अर्जित कराया। उत्तम अग्रहरि इसे पहले गोल्डेन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करा चुके हैं जो विश्व योग दिवस 21 जून 2020 को ऑनलाइन आयोजित किया गया था और उसमें उत्तम अग्रहरि ने उल्लहासनगर में रहकर ताड़ासन में 2घंटे 2मिनट का विश्व रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराया था। इससे पहले लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी उत्तम अग्रहरि का नाम 108 सूर्य नमस्कार में दर्ज है। उत्तर प्रदेश योग फेडेरेशन ने द्वितीय पूर्वी जोन योगासन खेल प्रतियोगिता 21 से 24 अक्टूबर 2020 को आयोजित किया जिसमें उत्तम ने जौनपुर का प्रतिनिधित्व करते हुए प्रथम पुरस्कार गोल्ड मेडल जीता। वहीं राज्य स्तर उत्तर प्रदेश योगासन प्रतियोगिता 21 से 29 दिसम्बर 2020 को आयोजित किया गया जिसमें उत्तम को पूरे उत्तर प्रदेश में सातवां स्थान प्राप्त हुआ।
देवभूमि योग सोसायटी उत्तराखंड द्वारा आयोजित युवा- भारत जिला देहरादून जिला स्तरीय योगासन प्रतियोगिता 12 फरवरी 2020 में एकल प्रतियोगिता में उत्तम को द्वितीय स्थान और समूह मे प्रथम स्थान प्राप्त हुआ था। देवभूमि योग सोसायटी एंव युवा भारत राज्य उत्तराखंड द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित राज्य स्तरीय योगासन प्रतियोगिता 18 फरवरी 2020 में उत्तम ने एकल मे पांचवां स्थान और समूह मे द्वितीय स्थान प्राप्त किया। अभी उत्तम अग्रहरि को चेन्नई की संस्था पतंजलि कालेज द्वारा युवा भारती पुरस्कार से समानित किया। उत्तम अग्रहरि के द्वारा भारत के हर राज्य में योग का ज्ञान दिया जा रहा है अपितु विदेशों में भी योग का प्रसार के लिए दिन रात श्रम किया जा रहा है। उल्लासनगर के सेंचुरी क्लब में योग का प्रशिक्षण उत्तम अग्रहरि द्वारा समय समय दिया जाता हैं।
एक गरीब परिवार में जन्में उत्तम अग्रहरि बचपन में ही पिता स्व. मिथिलेश अग्रहरि पीलिया रोग से पीड़ित होने के कारण 2003 में मृत्यु हो गयी उनके मृत्यु के समय उत्तम अग्रहरि की आयु मात्रा 5 साल थी। 2004 में बहन की मृत्यु बिच्छू के कटाने की वजह और बड़ी बहन की मृत्यु 2010 मे कालरा से हो गयी। घर मे पिता के अलावा और कोई कामने वाला न था इनके दादा स्व. बाबूलाल अग्रहरि, दादी शारदा देवी ने इन बच्चों को आगे की शिक्षा दीक्षा को देखा। इनका जीवन संघर्ष से परिपूर्ण रहा परन्तु इन्होंने अपनी परिस्थितियों को अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया।
उत्तम अग्रहरि ने बताया कि अभी कई विश्व रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करायेंगे जिसमें प्रमुख रूप से 1मिनट में 100मीटर हाथ के बल चलकर नया रिकॉर्ड बनाना है। उत्तम अग्रहरि के नाम राष्ट्रीय योग खिलाड़ी, योग शिक्षक, गोल्डेन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर, नुमा इंडिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड, लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर, नोबेल विश्व रिकॉर्ड होल्डर दर्ज है।
Feb 09, 2021