आजमगढ़ : नहीं लगा प्लांट और नहीं हुईं डंपिंग ग्राउंड की चहारदीवारी
# बारिश में कूड़े से पटेंगी किसानों की फसलें, अन्नदाता हलकान
रानी की सराय। फैज़ान अहमद तहलका 24×7 शहर से निकलने वाले कूड़े के निस्तारण के लिए मझगांवा स्थित डंपिंग ग्राउंड में आज तक सालिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट नहीं बन सका। इतना ही नहीं डंपिंग ग्राउंड की चहारदीवारी भी नहीं बनाई गई। ऐसे में बारिश होने पर डंपिंग ग्राउंड में फेंका गया शहर का कूड़ा आस-पास स्थित कृषि योग्य भूमि में चला जाता है। जिससे फसलें बर्बाद हो जाती हैं। स्थानीय लोगों ने बारिश से पहले मझगांवा में कूड़ा निस्तारण प्लांट लगाने की मांग कर रहे हैं। ताकि फसल बर्बाद न हो और दुर्गंध से उन्हें निजात मिल सके।
सवा लाख से अधिक की आबादी वाले नगर पालिका परिषद आजमगढ़ का कूड़ा निस्तारण शहर से 14 किमी दूर मझगांवा में पांच एकड़ भूमि में बने डंपिंग ग्राउंड में किया जाता है। प्रशासन ने भूमि चिह्नित कर कूड़ा निस्तारण कराकर अपनी इतिश्री तो कर ले रहा। इसका नतीजा वहां की आम जनता व किसानों भुगतना पड़ता है। कचरे का ठीक से निस्तारण तो दूर डंपिंग ग्राउंड की चहारदीवारी तक नहीं बनाई गई है। पिछले बार हुई बारिश से कूड़ा खेतों में फैल गया था।
आस-पास की फसल कूड़े-कचरे से पटकर बर्बाद हो गई थी। इतना ही नहीं खेत में कूड़ा निकालने गए किसानों के पैरों में सिरिंज व टूटे शीशे धंस गए थे। वहीं कचरे के सड़ने से आस-पास के लोगों का जीना भी दुश्वार हो जाता है। डंपिंग ग्राउंड बनने से यहां समस्या ही समस्याएं उत्पन्न हो गई है। ऐसे में आमजन के साथ-साथ अन्नदाता पूरी तरह से त्रस्त हो गए हैं। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग किया कि यहां कूड़ा निस्तारण के लिए सालिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट बनाया जाए। साथ ही चहारदीवारी बनाई जाए ताकि खेतों में कूड़ा न फैल सके।