घबराए पाकिस्तान ने शहरों में लगाया सायरन, रक्षामंत्री ने फिर दी गीदड़भभकी
नई दिल्ली।
तहलका 24×7
पाकिस्तान कितना घबराया हुआ है, इसका अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि रावलपिंडी में जगह-जगह पर सायरन लगा दिया गया है। इसका उद्देश्य यह है कि अलर्ट जारी किया जा सके। शहर के अलग-अलग इलाकों में रेस्क्यू और मॉनिटरिंग टीम गठित की गई है। इन्हें 24 घंटे ऑपरेशनलाइज रहने का आदेश दिया गया है। यानी पाकिस्तान के पसीने छूट रहे हैं।पाकिस्तान के ही एक अखबार ट्राइब्यून ने लिखा है कि पिंडी में सिविल डिफेंस हेड ऑफिस और कैंट पुलिस स्टेशन समेत कई क्षेत्रों में सिविल डिफेंस को एक्टिव किया गया है।

इस कार्य में महिलाओं को भी शामिल किया गया है। अखबार लिखता है कि रावलफिंडी के प्रमुख सायरन प्वाइंटों कोहिनूर मिल्स, रेलवे लोको शेड, जनरल बस स्टैंड, पीरवाधाई, विकार-उन-निसा स्नातकोत्तर महाविद्यालय, वर्कशॉप 501 और 502, अदियाला जेल, ग्वालमंडी, चौहार चौक और रत्ता अमराल को एक्टिव कर दिया गया है। पाकिस्तान ने शनिवार को 450 किमी की रेंज वाली सरफेस टू सरफेस मिसाइल टेस्ट किया।इसका नाम अब्दाली रखा गया है। मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान इसे भारतीय सीमा के पास तैनात कर सकता है।

यह भी कहा जा रहा है कि इस मिसाइल के डेवलप करने में चीन ने पाकिस्तान की मदद की है।रक्षा जानकारों का कहना है कि पाकिस्तान का अब्दाली छोटी दूरी को टारगेट बनाकर हमला कर सकता है, लेकिन भारत के पास इसी रेंज में पृथ्वी मिसाइल है और इसके सामने अब्दाली कहीं नहीं टिकता। पृथ्वी मिसाइल अब्दाली से भी छोटी रेंज में काफी प्रभावी है। इसलिए इसे बैटलफील्ड मिसाइल कहा जाता है। यानी दुश्मन का मिसाइल या टैंक या फिर कोई पोस्ट इस रेंज में है, तो उसे आसानी से नष्ट किया जा सकता है। भारत ने इसे 2003 में ही विकसित किया था।

पृथ्वी को 1000 किलो तक के पेलोड के साथ लांच किया जा सकता है। जबकि अब्दाली की क्षमता 500 किलो तक ही है। पृथ्वी को पनडुब्बियों से भी लांच किया जा सकता है, लेकिन अब्दाली के बारे में ऐसी कोई जानकारी नहीं है।पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक बार फिर से बेतुका बयान दिया, आसिफ ने कहा कि अगर भारत ने सिंधु नदी पर बांध बनाए, तो हम उसे सही नहीं रहने देंगे। ख्वाजा ने दुस्साहस दिखाते हुए कहा कि पाकिस्तान इसे नष्ट कर देगा। भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पाकिस्तान के मंत्री बुरी तरह से डरे हुए हैं। उनके हाथ-पैर कांप रहे हैं।

उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्री का सेना पर कोई नियंत्रण नहीं है, उनका काम सिर्फ बयान देना है, ऐसा लगता है कि उनकी नींद उड़ गई है, इसलिए अनाप-शनाप बयान दे रहे हैं।आपको बता दें कि दो दिन पहले भारत के जल मंत्री सीआर पाटिल ने कहा था कि भारत यह सुनिश्चित करेगा कि पाकिस्तान को सिंधु नदी का एक बूंद पानी भी न मिले। पहलगाम में हुए 22 अप्रैल की घटना के बाद भारत ने सिंधु जल समझौते को निलंबित रखा है। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे।