जौनपुर : सहकारी गन्ना विकास समिति में मेहरावां समिति के विलय का रास्ता साफ
शाहगंज। रवि शंकर वर्मा तहलका 24×7 सहकारी गन्ना विकास समिति में मेहरावां समिति के विलय का रास्ता साफ हो गया है। समिति की साधारण सभा में इस बाबत फैसला लिया गया। इससे शाहगंज समिति के क्रय केंद्रों की संख्या बढ़ेगी जिसका फायदा सीधे किसानों को मिलेगा। विलय के प्रस्ताव को आगे कार्यवाही के लिए जल्द प्रेषित किया जायेगा।पूर्व निदेशक शिव पूजन यादव की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में मेहरावां समिति के शाहगंज गन्ना विकास समिति में विलय पर चर्चा करते हुए कुछ सदस्यों ने विलय से शाहगंज समिति पर आर्थिक भार पड़ने की आशंका जताई।
इस पर सचिव शान्तनु चक्रवर्ती ने सभी को समझाया कि समितियों के एकीकरण से शाहगंज समिति के क्रय केन्द्रों की संख्या बढ़ेगी और समिति को चीनी मिलों से अपनी बात मनवाने में सुविधा होगी। इससे समिति पर पड़ने वाला आर्थिक भार भी नगण्य होगा और समिति अपने उदेश्यों की पूर्ति करने में सक्षम होगी। जिस पर सभी उपस्थित सदस्यों ने सर्वसम्मति से विलय के प्रस्ताव का समर्थन किया। बैठक में नरेन्द्र सिंह, सूबेदार यादव, अनिल सिंह, इन्द्रजीत यादव, राम अपर बल यादव, जय प्रकाश वर्मा, जियालाल यादव व रामकृपाल यादव आदि मौजूद रहे।
इस विषय में जिला गन्ना अधिकारी हुदा सिद्दीकी ने बताया कि दोनों गन्ना समितियों की साधारण सभा में उ.प्र. सहकारी समिति अधिनियम 1965 की धारा 15 में दी गई व्यवस्था के तहत विलय के पक्ष में प्रस्ताव पारित कर दिया गया है। आगे की कार्यवाही के लिए यह प्रस्ताव आयुक्त, गन्ना एवं चीनी तथा निबन्धक, सहकारी गन्ना एवं चीनी मिल समितियां को प्रेषित किया जायेगा।