दसवीं मोहर्रम पर अंजुमनों ने किया जंजीर, कमां, तलवार का मातम और सीनाजनी
शाहगंज, जौनपुर।
एखलाक खान
तहलका 24×7
नगर की विभिन्न अंजुमनों ने दसवीं मोहर्रम पर रविवार को कर्बला के शहीदों की याद में जुलूस निकाल कर तलवार, चाकू, कमां, जंजीर से मातम और सीनाजनी की। अलम, जुलजनाह और ताजिया के साथ निकला जुलूस निर्धारित मार्गों से होता हुआ देर शाम कर्बला पहुंचा, जहां ताजिया दफ्न की गई।अंजुमन हैदरी नई आबादी के लोगों ने मजलिस के बाद जुलूस निकाल कर रोडवेज, सरैयां, कोतवाली चौक, रामलीला भवन चौक, पुराना चौक, भादी, नई सब्जी मंडी, आजमगढ़ रोड, जेसीज चौक, डाकखाना तिराहा होते हुए घासमंडी चौक पहुंचे।

जहां अंजुमन मोईनुल मोमनीन भादी खास मोहल्ले के लोग जुलूस में शामिल हुए। यहां अंजुमनों ने जमकर मातम किया। मौलाना कैफी रजा मासूम ने अपनी तकरीर में कर्बला के शहीदों पर हुए जुल्म की दास्तान सुनाई तो लोगों की आंखें छलक पड़ीं। जिसके बाद चूड़ी मोहल्ला, डफल टोला होते हुए शाहपंजा मोहल्ला में शाह बाबा की मजार स्थित कर्बला पहुंचा, जहां मातम के बाद लोगों ने ताजिया दफ्न किया।

वहीं क्षेत्र के बड़ागांव में सैयद इम्तियाज हुसैन के अज़ाखाने से निकले जुलूस का नेतृत्व सैयद अबूज़र आब्दी ने किया। जुलूस अपने प्राचीन मार्ग से भ्रमण करता हुआ। गन्तव्य तक पहुंच कर शह कुशल संपन्न हुआ। जुलूस के दौरान आले हसन गुल्ला, हसन मेंहदी, ज़फ़र, समीम हैदर, वारिस हाशमी, एज़ाज बुद्धू, बब्लू इलेक्ट्रीशियन, ज़ाकिर हुसैन सैजी, रईस अहमद, नेहाल अब्बास रिजवी, नक्कन मास्टर, सुलेमान अब्बास, दानिश अब्बास, जफर अब्बास, नैयर, शोजफ रिजवी, अश्फाक अली, हुसैन अली, अहमद अली, मोहर्रम अली समेत सैकड़ों अकीदतमंद मौजूद रहे।