दसवीं मोहर्रम पर सुन्नत जमात के मुसलमानों ने निकला यौम-ए-आशूरा का जुलूस
# देर शाम करबला में ताज़िए किए गए दफन
खेतासराय, जौनपुर।
डॉ. सुरेश कुमार
तहलका 24×7
मोहर्रम की दसवीं तारीख यानी यौम-ए-आशूरा के अवसर पर नगर में सुन्नी मुसलमानों ने परंपरागत रूप से ताजियों का जुलूस निकाला गया। पूरे दिन नगर और आस-पास के क्षेत्रों में मातम और अकीदत का माहौल रहा। जुलूस का समापन देर शाम तकिया स्थित करबला में ताज़ियों को दफन करने के साथ हुआ।नगर एवं आस-पास के 18 ताजिया चौकों से तीन अलग-अलग समूहों में नगर भ्रमण के लिए निकले।

यह सभी जुलूस क्रमशः नगर के मुख्य चौक फातमान गेट पर पहुंचे, जहां सभी ताजियादारों ने फातिहा पढ़ी। इसके बाद जुलूस ने सामूहिक रुप से तकिया स्थित इमामबाड़े की ओर कूच किया। ताजिया जुलूस में ढोल-नगाड़ों की गूंज और मातमी धुनें वातावरण को गमगीन बना रही थी। अखाड़ा रौनक-ए-इस्लाम के कलाकारों ने लाठी, भाले और अन्य पारंपरिक हथियारों के साथ कला का प्रदर्शन कर लोगों का मन मोहा। लोगों ने सड़क के दोनों किनारों पर खड़े होकर इस दृश्य को श्रद्धा व आदर के साथ निहारा।

जुलूस में मुख्य रूप से मोहम्मद असलम खां, परवेज अंसारी, आज़म अशर्फी, तबरेज अहमद, महमूद खां, जुबैर अहमद इदरीसी, इलियास मोनू, सलीम अहमद सब्बू, मोहम्मद रजा, इकराम खान और एजाज सलमानी सहित आदि लोग उपस्थित रहे। वहीं चेयरमैन वसीम अहमद ने जुलूस मार्ग पर साफ-सफाई और चूना छिड़काव की व्यवस्था कराई गई थी।

सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टि से प्रभारी निरीक्षक रामाश्रय राय पुलिस बल के साथ लगातार गश्त करते रहे।जुलूस के दौरान प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद नजर आया। क्षेत्राधिकारी शाहगंज अजीत सिंह चौहान, नायब तहसीलदार शीतला सिंह, कानूनगो अखिलानंद शर्मा समेत दस इंस्पेक्टर, एक प्लाटून पीएसी, महिला कांस्टेबल व अग्निशमन वाहन को तैनात किया गया था। देर शाम ताजियों के करबला में दफन के साथ यह पवित्र अवसर समाप्त हुआ।