नगर निगम का अफसर निकला करोड़पति
# छापेमारी में 1.84 करोड़ रुपये की संपत्ति उजागर, जांच जारी
इंदौर।
तहलका 24×7
मध्य प्रदेश के इंदौर नगर निगम में पदस्थ उद्यान विभाग के सहायक अधीक्षक चेतन पाटिल के घर और कार्यालय पर आर्थिक अपराध शाखा ने बड़ी कार्रवाई की। छापेमारी के दौरान अब तक एक करोड़ 84 लाख रुपये की चल-अचल संपत्ति सामने आई है। कार्रवाई अभी भी जारी है।अपराध शाखा के अधीक्षक रामेश्वर सिंह यादव ने बताया कि चेतन पाटिल की कुल सेवा अवधि लगभग 20 साल की है, जिसमें उनकी आय और वेतन करीब 17 लाख रुपये के आसपास दर्ज है।

इसके विपरीत, उनके पास 1.84 करोड़ रुपए की संपत्ति मिली है, जो स्पष्ट रूप से आय से अधिक है। जांच में गुलमोहर कॉलोनी स्थित तीन मंजिला आलीशान मकान, लग्जरी वाहन, सोना-चांदी के जेवरात, बीमा पॉलिसी, बैंक खाते में 40 लाख रुपये, 1.5 लाख नकद और अन्य मूल्यवान दस्तावेज मिले हैं।चेतन पाटिल के खिलाफ दो साल पहले शिकायत दर्ज की गई थी, जिसके बाद जांच शुरू हुई।

आज तड़के दो अलग-अलग टीमों ने एकसाथ गुलमोहर कॉलोनी स्थित आवास और नगर निगम कार्यालय पर दबिश दी।कार्रवाई में इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों, फाइलों और वित्तीय दस्तावेजों को जब्त किया गया है। नगर निगम स्थित चेतन पाटिल का ऑफिस सील कर दिया गया है। सूत्रों के अनुसार, हाल ही में आयोजित एनआरआई सम्मेलन के दौरान नगर निगम के उद्यान विभाग ने चार करोड़ रुपये के पौधे सजावट के नाम पर खरीदे थे, जिस पर भी सवाल उठे थे।

चेतन पाटिल उसी विभाग में तैनात हैं, जिससे यह संभावना जताई जा रही है कि मामले की जड़ें गहरी हैं।
जांच अधिकारियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि संपत्ति का अंतिम मूल्यांकन दस्तावेजों की गहन जांच के बाद ही होगा। अभी तक की कार्रवाई प्रारंभिक चरण में है, आगे और भी अघोषित संपत्तियों का खुलासा हो सकता है।