पुलिस ने हत्या के मामले को 30 घंटे के भीतर सुलझाया
# लाइन बाजार पुलिस ने आरोपी महिला और उसके दो बेटों को किया गिरफ्तार
जौनपुर।
विश्व प्रकाश यादव
तहलका 24×7
सेवानिवृत्त जिला युवा कल्याण अधिकारी का शव संदिग्ध हालत में कूड़े के ढेर पर मिलने के बाद मृतक रामकृपाल यादव के बेटे अवनीश यादव ने थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने मामले में लक्ष्मी मौर्या और उसके दो बेटों सोनू और सुनील मौर्या को कलीचाबाद तिराहे के पास से गिरफ्तार किया। तीनों सिंगरामऊ थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं।

पूछताछ में लक्ष्मी ने बताया कि उसके पति विकलांग हैं। घर का खर्च चलाने के लिए वह जौनपुर शहर आई थी। यहां रामकृपाल यादव से दोस्ती हो गई। उसने रामकृपाल से कुछ पैसे उधार लिए थे। 31 मई को रामकृपाल पैसे मांगने उसके घर आए। इसी बात को लेकर विवाद हुआ। विवाद के दौरान लक्ष्मी के बेटे सोनू और सुनील भी मौजूद थे। इसी दौरान रामकृपाल की अचानक मौत हो गई।

आरोपियों ने रात के अंधेरे में स्कूटी पर रामकृपाल के शव को जेसीस चौराहे के पास नाले के किनारे फेंक दिया। जब उन्हें पता चला मृतक के बेटे ने मुकदमा दर्ज करा दिया है, तो वे डर कर छिप गए। गिरफ्तारी के समय वे अपने गांव होते हुए सूरत जाने की योजना बना रहे थे।