सुल्तानपुर। मुन्नू बरनवाल तहलका 24×7 राणा प्रताप स्नातकोत्तर महाविद्यालय के भूगोल विभाग के विद्यार्थी शनिवार को भौगोलिक पर्यटन से वापस लौटे। यह जानकारी देते हुए प्राचार्य प्रोफेसर दिनेश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि स्नातकोत्तर के लगभग चालीस विद्यार्थियों का समूह नैनीताल गया था।
यात्रा संयोजक असिस्टेंट प्रोफेसर आलोक वर्मा ने बताया कि नैनीताल को झीलों का जिला कहा जाता है। वहां जाकर विद्यार्थियों ने झीलों और पहाड़ों का प्रत्यक्ष अध्ययन किया। यह अध्ययन पाठ्यक्रम का हिस्सा है। साथ गये असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. संतोष सिंह ने बताया कि इस पर्यटन के माध्यम से कालेज के विद्यार्थियों ने नैनीताल के मौसम और पर्यावरण के बारे में जानकारी प्राप्त की। यात्रा के बारे में बताते हुए एमए फाइनल की छात्रा राधा पाण्डेय, ऋतु पाण्डेय व छात्र सूर्य प्रकाश यादव आदि ने कहा कि पहली बार किताबों से बाहर निकल कर पहाड़ों और झीलों का प्रत्यक्ष अध्ययन करना एक अलग अनुभव रहा।
एमए प्रथम वर्ष की छात्रा प्रियंका वर्मा, मृदुला सिंह व प्राची श्रीवास्तव आदि ने बताया कि यात्रा रोमांचकारी और ज्ञानवर्धक रही। पहली बार घर से दूर जाकर कुछ सीखने समझने को मिला नैनीताल में विद्यार्थियों ने केव गार्डेन, टिप इन टाप, हिमालय दर्शन, नारायण मंदिर, हनुमान गढ़ी, नैनीताल झील, मालरोड, नैनादेवी मंदिर, भवाली, भीमताल, कमलताल, नौकुचियाताल, हनुमान मंदिर, सात ताल, गरुणताल, नलदमयंतीताल आदि स्थानों पर जाकर अपनी जानकारी बढ़ाई।